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माधव की माधवी: नेपाली राजकुमारी किरण के लिए सिंधिया राजपरिवार स्पेशल ट्रेन से बारात क्यों ले गया - Exclusive Photos

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Mar 6, 2024, 9:09 PM IST

Updated : May 15, 2024, 12:32 PM IST

Know Who Is Madhavi Raje Scindia: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का स्वास्थ्य बेहद खराब है. उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है. हर कोई उनके स्वस्थ होने की कामना कर रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि माधवी राजे सिंधिया सिर्फ उड्डयन मंत्री की मां ही नहीं बल्कि एक बड़ी हस्ती हैं. आइये जानते हैं कौन है माधवी राजे सिंधिया और उनसे जुड़ी कुछ ख़ास बातें. साथ ही देखें कुछ खास तस्वीरें.

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माधव की 'माधवी' बनी किरण राज लक्ष्मी

ग्वालियर।सिंधिया राजघराना...शायद ही कोई जिसे भारत की इस रॉयल फैमिली की जानकारी ना हो. ग्वालियर के सिंधिया राज परिवार के महाराज को सभी जानते हैं, ज्योतिरादित्य सिंधिया...जी हां केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री सिंधिया सिंधिया राज घराने के मुखिया हैं. उनके परिवार में उनकी पत्नी रानी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया, बेटा राजकुमार महाआर्यमन सिंधिया और उनकी मां राजमाता माधवी राजे सिंधिया हैं. उनके पिता महाराज और केंद्रीय मंत्री रहे माधव राव सिंधिया का लंबे अरसे पहले एक प्लेन दुर्घटना में निधन हो गया था.

पति माधव राव और बेटी के साथ माधवी राजे सिंधिया

नेपाल के राणा राजवंश की राजकुमार

सिंधिया फैमिली की सबसे वरिष्ठ सदस्य माधवी राजे सिंधिया हैं. जो कभी मीडिया या राजनीति में नहीं आई, लेकिन उनकी हस्ती भी कम नहीं है. सिंधिया राजपरिवार की बहू बनने से पहले भी माधवी राजे सिंधिया एक रॉयल फैमिली से आती थीं. उनके दादा नेपाल के प्रधानमंत्री और राणा राजवंश के प्रमुख जुद्ध शमशेर जंग बहादुर राणा थे. वे कास्की और लमजुंग के महाराजा और गोरखा के सरदार रामकृष्ण कुंवर के पैतृक वंशज थे. ऐसे में वे इस नेपाली राजघराने की राजकुमारी थीं. शादी से पहले उनका नाम किरण राज लक्ष्मी देवी था.

पति माधवराव और बहू प्रियदर्शिनी सिंधिया के साथ माधवी राजे

तस्वीर देख कर भा गईं थी राजकुमारी, शादी के पहले मिलना चाहते थे महाराजा

सुंदर राजकुमारी किरण राज लक्ष्मी देवी की शादी का प्रस्ताव सिंधिया राजघराने में आया. उस वक्त तक तस्वीरों का चलन शुरू हो चुका था. ऐसे में नेपाल की इस राजकुमारी की तस्वीर उस वक्त ग्वालियर के महाराज रहे माधवराव सिंधिया को दिखायी गई. तस्वीर देखते ही माधवराव को किरण राज्य लक्ष्मी पसंद आ गई. बताया जाता है तस्वीर देखने के बाद माधव राव ने सामने से उन्हें देखने की इच्छा जाहिर की, वह संभव ना हो सका. लेकिन यह रिश्ता पक्का हो गया.

बारात के लिए चलायी थी स्पेशल ट्रेन

उस दौरान तय हुआ की विवाह दिल्ली से सम्पन्न होगा. ऐसे में बारात ले जाने के लिए विशेष इंतजाम किए गये. ग्वालियर से दिल्ली के बीच विशेष ट्रेन चलाई गई. जिससे ग्वालियर के महाराज माधवराव सिंधिया अपनी बारात लेकर गये थे. 8 मई 1966 को परंपरागत रूप से शादी संपन्न हुई थी और किरण राज लक्ष्मी विवाह पश्चात सिंधिया घराने की बहू और सिंधिया राजवंश की रानी बनकर ग्वालियर आ गयीं.

50 वीं सालगिरह मनाते माधव राव और माधवी राजे सिंधिया

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बहू प्रियदर्शिनी के साथ माधवी राजे सिंधिया (गैटी इमेज)

सिंधिया राजघराने की परंपरा में मिला नया नाम

किरण राज लक्ष्मी अब सिंधिया परिवार की बहू बन चुकी थीं. ऐसे में इस राजघराने की परंपरा के अनुसार उनका पुनः नामकरण किया गया. विवाह के बाद उनका नया नाम माधवी राजे सिंधिया हो गया. इस तरह नेपाल की राजकुमारी किरण राज लक्ष्मी से माधव राव की माधवी बन गईं.

Last Updated : May 15, 2024, 12:32 PM IST

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