ग्वालियर:लोकायुक्त ने नगर निगम के टैक्स कलेक्टर यानी टीसी सौरभ सिंह तोमर के इशारे पर उसके सहयोगी चपरासी आकाश कुशवाह को 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. पुलिस विभाग से एएसआई पद से सेवानिवृत्त राजेंद्र सिंह कुशवाह से रिश्वत ली जा रही थी. मकान के नामांतरण के एवज में रिश्वत की मांग की जा रही थी.
मकान के नामांतरण के बदले मांगी रिश्वत
मामले के अनुसार रिटायर्ड एएसआई राजेन्द्र सिंह की पत्नी मुन्नी देवी का कुछ महीने पहले देहांत हुआ था. उनके नाम से गुढागुडी का नाका क्षेत्र में दो मकान हैं. इन मकानों के नामांतरण के लिए क्षेत्र क्रमांक 21 में रिटायर्ड पुलिसकर्मी ने संपर्क किया. नगर निगम में आकाश कुशवाह से उनकी मुलाकात हुई. आकाश कुशवाह ने उन्हें टैक्स कलेक्टर सौरभ सिंह तोमर से मिलवाया. दोनों मकानों के नामांतरण के लिए 30,000 की रिश्वत मांगी गई.
ग्वालियर लोकायुक्त डीएसपी कविंद्र सिंह (ETV BHARAT) नगर निगम कर्मी के सहयोगी को दबोचा
रिश्वत की दूसरी किस्त 8 हजार रुपये देने पहुंचे राजेंद्र सिंह कुशवाह ने जब सौरभ तोमर को फोन लगाया तो उसने अपने क्षेत्र में होने का हवाला दिया और कहा कि वह आकाश कुशवाह को उनके पास भेज रहे हैं. आकाश कुशवाह का फोन राजेंद्र सिंह कुशवाह के पास आया. उन्होंने कंपू के महिला हॉकर्स जोन में आकाश को पैसे देने के लिए बुलाया. जहां पहले से ही सादा कपड़ों में तैनात लोकायुक्त की टीम ने आकाश कुशवाह को गिरफ्तार कर लिया.
लोकायुक्त ने वॉइस रिकॉर्डिंग के आधार पर बनाया आरोपी
हालांकि सौरभ सिंह तोमर इस ट्रैपिंग से दूर रहा. लेकिन उसके बातचीत और वॉइस रिकॉर्डिंग लोकायुक्त पुलिस के पास है. इसलिए टीसी सौरभ सिंह तोमर और आकाश कुशवाह दोनों को आरोपी बनाया गया है. इस मामले में लोकायुक्त डीएसपी कविंद्र सिंहने बताया "दोनों लोक सेवकों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है."