चंबल में बीते 40 घंटों से लगातार बारिश हो रही है. नतीजा अंचल में बाढ़ जैसे हालात बनने लगे हैं. शहर के निचले इलाकों में तो पानी भरा ही है, बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी नदी-नाले उफान पर हैं. बिलहाती गांव के पास बना एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया. पानी के बहाव से पुल का एक हिस्सा कट गया है. जिससे अवगण भी बाधित हो गया है. मौके पर मौजूद पुलिस लोगों को पुल से दूर रखने का काम कर रही है.
चंबल में बारिश बनी मुसीबत (ETV Bharat)
ग्वालियर:मौसम विभाग के अनुसार ग्वालियर चंबल अंचल में 12 और 13 सितंबर को भारी बारिश की चेतावनी है और इसका असर पिछले दो दिनों से दिखाई भी दे रहा है. नहरे, नदी, नाले भारी बारिश के चलते ओवरफ्लो है. रपटों पुलों के ऊपर पानी बह रहा है. लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर रास्ते पार करने का रिस्क उठा रहे हैं. इसी बीच ग्वालियर के मुरार ग्रामीण क्षेत्र के बिलहाती गांव पर चिटोरा रोड पर बने एक पुल के नीचे का हिस्सा कटाव की वजह से ढह गया और साथ सड़क पानी में मिल गई.
ग्वालियर में बारिश से पुल टूटा (ETV Bharat)
सुरक्षित नहीं पुल का रास्ता
घटना की जानकारी मिलते ही ग्वालियर एएसपी समेत बेहट एसडीओपी पुलिस अमले के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. साथ ही रास्ते को दोनों और से बंद करवा दिया गया है. क्योंकि यह पुल अब रास्ता पार करने के लिए सुरक्षित नहीं रहा, लेकिन ग्रामीण जबरन इसे पार करने का जोखिम उठा रहे हैं.
ग्वालियर के बिलहटी में पुल क्षतिग्रस्त (ETV Bharat)
बेहट एसडीओपी संतोष पटेल का कहना है कि, 'बारिश की वजह से हुए नुकसान के बाद इस पुल को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. आवागमन भी रोका गया है, क्योंकि किसी भी बड़े हादसे की पूरी संभावना ऐसे स्थान पर बनी हुई है. लोगों को समझाया जा रहा है कि वे इस पुल को पार करने का प्रयास न करें. साथ ही उन्होंने जनता से अपील की है कि खासकर ग्रामीण क्षेत्र के लोग जो इस बारिश की वजह से प्रभावित हो रहे हैं. यदि उनके आसपास पानी भर रहा है तो वे सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे. कई बार ग्रामीण अपने मवेशियों को बचाने के चक्कर में खुद इन स्थितियों में फंस जाते हैं. इसलिए सावधानी और सुरक्षा दोनों बेहद जरूरी है, ताकि वह नौबत न आए कि लोगों को रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ और हेलीकॉप्टर को बुलाना पड़े.