जयपुर : राजस्थान में युवाओं की नौकरी और नियुक्ति पत्र पर सियासत गर्मा गई है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को रोजगार उत्सव में 13,500 युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटे और पूर्ववर्ती सरकार पर युवाओं के हितों से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया. इस पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पलटवार किया.
डोटासरा ने रविवार को बयान जारी करते हुए कहा कि युवा दिवस पर राजस्थान सरकार ने 13,500 युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटने का दावा किया है. कांग्रेस शासन में निकाली गई भर्तियों को खुद की बताकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उन्हें बांटा है. भाजपा सरकार 12 महीने के शासनकाल में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा प्रारंभ की गई भर्ती प्रक्रियाओं को अपनी बताकर झूठी वाहवाही लूटने में लगी है. डोटासरा ने कहा कि आज जो 13,500 पदों के लिए नियुक्ति पत्र बांटे गए हैं, वे सभी भर्तियां कांग्रेस के शासन में निकाली गई थीं, जो कि प्रक्रियाधीन थीं.
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अनुकंपा नियुक्ति मृतक आश्रितों का हक : डोटासरा ने कहा कि अनुकंपा नियुक्ति मृतक कर्मचारियों के आश्रितों का अधिकार है और हर सरकार को अनुकंपा नियुक्ति देना आवश्यक है. ऐसी नियुक्तियों को लेकर खुद की पीठ थपथपाना अनुचित है. डोटासरा ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में 3 अगस्त, 2023 को कांस्टेबल भर्ती, 20 जून, 2023 को 5388 पदों के लिए कनिष्ठ लेखाकार एवं तहसील राजस्व लेखाकार संयुक्त सीधी भर्ती और 01 नवंबर, 2023 को सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (संविदा) भर्ती निकाली गई थी. अब राज्य की भाजपा सरकार इन्हीं भर्तियों को अपनी बताकर युवाओं को बरगला रही है और झूठी वाहवाही लूट रही है.
12 महीने में नहीं निकाली नई विज्ञप्ति:डोटासरा ने कहा कि भाजपा सरकार ने एक साल में एक लाख नियुक्तियां देने का वादा किया था, लेकिन 12 महीने के शासन में न तो एक लाख भर्तियों की विज्ञप्ति निकाली और न ही भर्ती प्रक्रिया पूरी की. कांग्रेस सरकार के शासन में निकाली गई भर्तियों की विज्ञप्तियों की प्रक्रिया को पूरा करने में इस सरकार ने 12 महीने लगा दिए. ऐसे में यह सरकार अपने वादे के मुताबिक कब भर्तियों की विज्ञप्ति निकालेगी और उन्हें पूरा करने में कितना समय लगेगा, यह सवाल प्रदेश के बेरोजगारों को उद्वेलित कर रहा है.