जयपुर :कांग्रेस के सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म के कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए सोमवार को एक बैठक हुई, जिसमें सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म की चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत ने कार्यकर्ताओं को मजबूती से अपनी बात रखने के निर्देश दिए. इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, राजस्थान के सह प्रभारी ऋत्विक मकवाना और पूनम पासवान ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. वहीं, बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अफसरों ने शायद मुख्यमंत्री पर कोई काला जादू कर दिया है. अफसर मंत्रियों और विधायकों की नहीं सुन रहे हैं.
अफसरों ने मुख्यमंत्री को भ्रमण, भाषण और भ्रम फैलाने का काम बता रखा है. साथ में देवदर्शन भी हो जाते हैं. इसमें हमें कोई दिक्कत नहीं. लेकिन जनता के काम तो करने ही चाहिए. भले ही भजनलाल शर्मा पर्ची से बने हैं, लेकिन वे प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. अब सीएम को एक दिन जयपुर में रूककर यह साफ करना चाहिए कि आखिर यह सरकार चला कौन रहा है. जनता में हर जगह यही बात है कि आखिर यह सरकार कौन चला रहा है.
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दस-पांच दिन दिल्ली रुको और किरोड़ी पर करो फैसला : गोविंद सिंह डोटासरा ने चुटकी लेते हुए कहा कि सरकार और मुख्यमंत्री तीन महीने बाद भी यह तय नहीं कर पाए हैं कि डॉ. किरोड़ीलाल मीणा मंत्री हैं या नहीं. भाजपा नेता कह रहे हैं कि किरोड़ी मंत्री हैं. जबकि किरोड़ीलाल मीणा खुद को मंत्री नहीं बता रहे हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भले ही दस-पांच दिन दिल्ली रुक जाएं लेकिन किरोड़ीलाल मीणा पर फैसला करवा लें. ताकि यह भ्रम तो दूर हो.
मुख्यमंत्री जीतेंगे या किरोड़ीलाल मीणा :एसआई भर्ती पेपर लीक और कैबिनेट सब कमेटी का जिक्र करते हुए गोविंद डोटासरा ने कहा कि एसआई भर्ती को लेकर सरकार को जो फैसला लेना है. जल्दी लेना चाहिए. किरोड़ीलाल मीणा एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. अगर भर्ती रद्द होती है तो संदेश जाएगा कि किरोड़ीलाल मीणा पावरफुल हैं. इसलिए इस पर किरोड़ीलाल और सीएम भजनलाल शर्मा में होड़ चल रही है कि कौन ज्यादा ताकतवर है.