मिर्जापुर:राजपाल आनंदीबेन पटेल एक दिवसीय दौरे पर गुरुवार को मिर्जापुर के राजगढ़ विकास खंड के जंगल महाल ग्राम सभा बरही गांव पहुंची.यहां ग्रीन आर्मी की महिलाओं की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने ग्रीन आर्मी को सम्मानित करते हुए सभी को सहयोग करने की अपील की है.
ग्रीन आर्मी की महिलाएं बंद करा देंगी अवैध शराब अड्डाःमंच से संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि ग्रीन आर्मी महिलाओं का सरकार, अधिकारी सभी को सहयोग करना चाहिए. इनके ताकत का उपयोग करें. पूरे भारत का मिर्जापुर जिला शराब मुक्त हो सकता है. राज्यपाल ने कहा कि पुलिस वालों को पता होता है कि शराब का अड्डा कहां-कहां है और कहां से सप्लाई किया जता है लेकिन आप चुप रहते हो, आप बोलते नहीं हो. पुलिस वाले जहां भी शराब बनाया जा रहा है उसे बंद कराये, किसी का भी हो. उस चेन को बंद कराये. आप बस इतना कम करो जहां पर शराब बन रहा है, ग्रीन आर्मी महिलाओं को बता दो, वह जाकर बंद करा देंगी.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने ग्रीन आर्मी की महिलाओं को किया सम्मानित. (Video Credit; ETV Bharat) सफाई के लिए पल्लू का उपयोग बंद करेंः इस दौरान राज्यपाल ने कंबल वितरण और साइकिल वितरण के साथ ही सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रशस्ति पत्र और प्रमाण पत्र वितरण किया. साथ ही मंच से महिलाओं को स्वच्छता का संदेश दिया. कहा कि अपनी साड़ी का पल्लू का बखूबी प्रयोग करती हैं. हाथ पोछना हो तो पल्लू, जब बच्चा शौच करके आये तो पोछने के लिए पल्लू, भोजन के लिए थाली साफ करना हो तो पल्लू, अब इसे बदलना होगा. साथ में टावेल रखें. बच्चें को भी एक टावेल दे. सब काम के लिए पल्लू से हमें बचाना चाहिए. बच्चों में स्वच्छता की आदत डालेंःराज्यपाल ने कहा कि कहा कि आईना दिखाते हुए आंगनबाड़ी में पहुंचे बच्चों को साफ सुथरा रखने को कहा. इसी के साथ उन्होंने सुई धागा और बटन दिखाते हुए महिलाओं को अपने बच्चों के शर्ट के बटन को दुरुस्त रखने की जरूरत जताया. उन्होंने कहा कि बच्चों को बचपन से ही स्वच्छता के साथ रहने की आदत डालनी चाहिए.उ न्होंने सरकार की संचालित योजनाओं की लाभार्थियो की स्वीकृत पत्र और विंध्य स्वच्छता प्रतिष्ठान की चाभी सौंपा.
ग्रीन आर्मी करा रही गांवों को शराब मुक्तःदरअसल, नक्सल प्रभावित जिला मिर्जापुर में ग्रीन आर्मी महिलाओं का गठन किया गया है. वाराणसी के संस्था होप वेलफेयर ट्रस्ट का यह एक अंग है. ग्रीन आर्मी की महिलाएं गांव-गांव जाकर जिस भी घर के लोग शराब पी रहे हैं, उनको छुड़वाने की काम करती हैं. यही कारण है कि आज नक्सल प्रभावित इलाके के गई गांव शराब मुक्त हो चुके हैं.
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