बारां.जिले के राजकीय विद्यालय में कार्यरत एक शिक्षिका ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर धक्का मुक्की कर हाथ उठाने का आरोप लगाया है. शिक्षिका का आरोप है कि वो इस बात की शिकायत शिक्षा विभाग के अधिकारियों से भी कर चुकी है, लेकिन अधिकारी जांच के नाम पर 5 महीने से चक्कर कटवा रहे हैं. वहीं, अटरू डीएसपी अजीत मेघवंशी ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है. पुलिस स्कूल में पहुंची है, मामले की जांच चल रही है.
लगाए ये आरोप : शिक्षिका का आरोप है कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने 4 सितम्बर को गाली-गलौच की. इसके बाद धक्का-मुक्की कर मारपीट करने का प्रयास किया. इस बात की शिकायत शिक्षा विभाग के अधिकारियों और राज्य महिला आयोग को भी दी है, लेकिन 5 महीनों के बाद भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने संबंधित ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, एक अन्य स्कूल के प्रिंसिपल व पीईओ पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है.
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उन्होंने आरोप लगाया कि यह मामला जब बीईओ (ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर) को बताया तो उन्होंने भी उल्टा जवाब दिया. इस मामले की शिकायत राज्य महिला आयोग, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी व जिला कलेक्टर को भी कर की गई, लेकिन 5 महीने बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि पूर्व में जिला कलेक्टर की ओर से एसपी को कार्रवाई के लिए लिखा गया था, जिस पर कवाइ थाना पुलिस ने विद्यालय में जाकर बयान लिए थे और बच्चों से बातचीत भी की थी.
कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश : हाल ही में शिक्षिका की ओर से जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह को शिकायत दी गई है, जिस पर जिला कलेक्टर के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने जांच शुरू कर दी है. मामले में जिला शिक्षा अधिकारी पीयूष कुमार शर्मा ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है. जांच चल रही है. रिपोर्ट आने के बाद संबंधित अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.