नई दिल्ली/गाजियाबाद: 22 जुलाई यानी सोमवार से श्रावण मास की शुरुआत होने जा रही है. सावन का महीना शुरू होते ही गाजियाबाद के प्राचीन दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ता है. ऐसे में दूधेश्वर नाथ मंदिर के आसपास रूट डायवर्ट किया गया है. रूट डायवर्जन 21 जुलाई रात 10:00 बजे से 22 जुलाई रात 12:00 बजे तक लागू रहेगा.
महंत नारायण गिरी के मुताबिक, श्रावण मास, श्रावण सोमवार और श्रावण शिवरात्रि के लिए जिन भक्तों ने रूद्राभिषेक के लिए पंजीकरण कराया है, उन्हें गेट नंबर दो से अंदर लाया जाएगा. चतुर्दशी और श्रावण शिवरात्रि का जल 2 अगस्त को अपराह्न 3.30 से शुरू होकर शनिवार 3 अगस्त को 3.50 तक चढ़ेगा.. सभी कांवडिएं रात्रि तक जलाभिषेक करके चले जाएंगे. श्रावण शिवरात्रि पर मंदिर समिति ने ये भी तय किया है कि कोई भी स्वयंसेवक बीच में खुद भगवान का जलाभिषेक नहीं करेगा और ना ही अपने परिवार से ही जलाभिषेक कराएगा.
सावन के पहले सोमवार पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर पहुंचेंगे. चौधरी मोड़ की ओर से हापुड़ तिराहा नेरठ तिराहा की ओर जाने वाले वाहनों को घण्टाघर पलाईओवर के उपर से भेजा जायेगा. घंटाघर फ्लाईओवर से नीचे जस्सीपुरा और हापुड़ तिराहा की ओर किसी भी दशा में किसी भी वाहन को नहीं जाने दिया जायेगा. प्राचीन दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में एक अगस्त से 3 अगस्त तक कावड़ मेले का आयोजन होगा.