बिहार

bihar

ETV Bharat / state

राजधानी पर फिर मंडराया बाढ़ का खतरा! पटना में खतरे के निशान से ऊपर गंगा का जलस्तर - Bihar Flood

Ganga Crossed Danger Mark In Patna: नेपाल के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में हो रही जबरदस्त बारिश का असर बिहार की नदियों पर भी दिखने लगा है. गंगा नदी पटना के दीघा घाट और गांधी घाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बढ़ते जलस्तर से राजधानी पर एक बार फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

Bihar Flood
बिहार में नदियों का जलस्तर बढ़ा (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 17, 2024, 10:41 AM IST

पटना:बिहार में नदियों का जलस्तरफिर से बढ़ने लगा है. जल संसाधन विभाग और केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार पटना में गंगा नदी गांधी घाट पर 49.52 मी जलस्तर पहुंच गया है, जबकि खतरे का निशान 48.60 है. यानी 93 सेंटीमीटर खतरे के निशान से गंगा यहां ऊपर बढ़ रही है. वहीं दीघा घाट में डेंजर लेवल 50.45 मीटर है लेकिन गंगा यहां 50.60 मीटर पर बह रही है.

पटना में गंगा खतरे के निशान के पार (ETV Bharat)

गंगा में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा:गंगा नदी का जलस्तर बक्सर से लेकर मुंगेर तक राइजिंग ट्रेंड में है. गंगा नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि से निचले इलाकों में पानी फैल गया है. खासकर दियारा के इलाकों में फिर से लोगों की मुश्किलें बढ़ने लगी है. नेपाल में हो रही भारी बारिश से गंडक नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. उधर, मुजफ्फरपुर में बागमती और कमल बलान भी खतरे के निशान से ऊपर है.

गंगा समेत अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ा (ETV Bharat)

कई जगहों पर घर नदी में समाए: बक्सर और आरा सहित कई इलाकों में गंगा नदी के कटाव से लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है. आरा के शाहपुर प्रखंड अंतर्गत जवइनिया गांव में 12 घर गंगा में विलीन हो गए हैं. जिला प्रशासन की ओर से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. वहीं बक्सर में भी नवनिया गांव के पास तेजी से कटाव हो रहा है. गंगा में पानी बढ़ने के कारण राघोपुर के निचले इलाकों में भी पानी घुस गया है. प्रखंड मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. उधर सोनपुर में चार पंचायतों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है.

जल संसाधन विभाग की ओर से अलर्ट:केंद्रीय जल आयोग ने गंगा समेत अन्य नदियों के जलस्तर में वृद्धि का अनुमान जताया है. वहीं, जल संसाधन विभाग ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया है. जिस वजह से तटबंधों की निगरानी फिर से बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही अभियंताओं और अधिकारियों को रात्रि गश्ती का निर्देश दिया गया है.

ये भी पढ़ें:

ABOUT THE AUTHOR

...view details