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साइबर ठगों के निशाने पर बूंदी, स्कूली बच्चों की हूबहू आवाज सुनाकर अभिभावकों से ठगी का प्रयास

बूंदी में ठगों ने एक स्कूल का डाटा चुरा लिया. इसके बाद ठगों ने बच्चों की हूबहू आवाज में अभिभावकों को ठगने का प्रयास किया. हालांकि अभिभावकों की सतर्कता के चलते ठग अपने इरादों में कामयाब नहीं हो पाए.

fraud attempt by thugs in Bundi
साइबर ठगों के निशाने पर बूंदी

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 7, 2024, 5:19 PM IST

बूंदी.जिला साइबर ठगों के विशेष निशाने पर है. साइबर ठगों ने विद्यालय का डाटा चुरा कर अभिभावकों को फोन कर बच्चों को अपराध में लिप्त होना बताकर ठगने का प्रयास किया. गनीमत रही कि समय रहते अभिभावकों ने 1930 नंबर पर इसकी शिकायत दर्ज कराई. जिससे वह ठगी का शिकार होने से बच गए. साइबर ठगों ने अब बच्चों को अपराधी बनाकर अभिभावकों को ठगने का नया तरीका निकाला है.

ठगों ने स्कूली बच्चों की हूबहू आवाज सुनाकर अभिभावकों को ठगने का प्रयास किया. यह एक या दो नहीं बल्कि बूंदी जिले में करीबन 10 से 20 बच्चों के अभिभावकों के पास ठगों ने फोन कर मोटी रकम मांगी है. हालांकि अभिभावकों की सतर्कता के चलते ठगों की तरकीब काम नहीं आई. अभिभावकों को आए फोन कॉल में ठगों ने कहा कि आपके बच्चे ने अन्य बच्चों के साथ मिलकर किसी लड़की का रेप कर दिया है. या फिर आपके बच्चे का किडनैप हो गया है. बूंदी के अधिकतर अभिभावकों के बच्चे कोटा व जयपुर में रहकर अध्ययन कर रहे हैं. मामले में साइबर थाना पुलिस जांच में जुटी हुई है.

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साइबर थाना प्रभारी ने एडवाइजरी की जारी: साइबर थाना प्रभारी मौकेंद्र पाल सिंह ने बताया कि ठग सोशल मीडिया पर बनी आईडी से, शिक्षण संस्थानों से डाटा चुरा कर परिजनों को फोन कर ठगी कर रहे हैं. हालांकि बच्चों का डाटा चुरा कर उनके अभिभावकों को फोन कर मोटी रकम मांगने का यह राजस्थान में संभवतया पहला मामला सामने आया है. ऐसे में सभी को सावधान रहने की जरूरत है. उन्होंने आमजन से अपील कि है कि किसी भी तरह की गोपनीय सूचना अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर नहीं करें. इंस्टाग्राम या फेसबुक पर अपना पर्सनल डाटा नहीं डालें.

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उन्होंने बताया कि ठग इतने शातिर हैं कि ठगी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर बच्चों की हूबहू आवाज अभिभावकों को सुना कर उन्हें डरा—धमका कर पैसे एंठ रहे हैं. बच्चों के अभिभावकों को रेप केस में फंसाने, एक्सीडेंट या किडनैप की बात कह कर पैसे एंठ रहे हैं. सबसे पहले इस तरह का मामला होने पर उस मामले की अच्छी तरह से तहकीकात करें. किसी अनजान व्यक्ति के खाते में पैसा ना डालें व 1930 नंबर या साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराएं.

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इनके पास आए कॉल:शहर के पूजा विहार कॉलोनी निवासी एडवोकेट कौशल किशोर शर्मा ने बताया कि 3 फरवरी को सुबह करीब 10 बजे उनके पास एक व्यक्ति का कॉल आया कि मैं वर्मा साहब क्राइम ब्रांच सदर थाना कोटा से बोल रहा हूं. आपके बच्चे ने तीन अन्य बच्चों के साथ मिलकर किसी लड़की का रेप कर दिया है. शर्मा ने बताया कि इसी दौरान ठग ने हूबहू मेरे पुत्र जो कोटा की एक यूनिवर्सिटी में बीएएलएलबी कर रहा है की आवाज में रोते हुए फोन पर भी बात कराई. जिस पर मेरा पुत्र स्वयं को उनसे छुड़वाने की विनती कर रहा है.

ठग ने कहा कि आप फोन मत काटना. मैं आपको इस अपराध से मुक्त करा दूंगा. जब परिवादी ने यह कहा कि मैं स्वयं सदर थाना कोटा आ रहा हूं. ऐसा कहते ही ठग ने फोन काट दिया. जब इस संबंध में परिवादी एडवोकेट ने बेटे से बात कर जानकारी जुटाई, तो वह कक्षा में अध्ययन करता हुआ मिला. इसी प्रकार बूंदी के सोत्यपाड़ा निवासी संजय शर्मा के पास भी इसी तरह के फोन आया. संजय का पुत्र जयपुर में सीए इंटर की पढ़ाई कर रहा है. वहीं बूंदी हाल निवासी कोटा में राजकुमारी हाडा का पुत्र भी नीट की पढ़ाई कर रहा है. जिसको ठग ने यह कहकर फोन किया था कि आपका बेटा किडनैप हो गया है. एक अभिभावक से यहां तक कह दिया बच्चों की एफआईआर दर्ज नहीं करेंगे. 50 से 60 हजार दे दो, ले—देकर मामला रफा दफा कर दो, नहीं तो 6 साल की सजा है.

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