नई दिल्ली/नोएडा:दिल्ली-NCR केबाजारों में खरीदारी करने आई महिलाओं के आभूषण समेत अन्य सामान चोरी करने वाले गिरोह का नोएडा पुलिस ने पर्दाफाश किया. इस मामले में फेज दो थाने की पुलिस ने चार महिलाओं को गिरफ्तार किया है. गिरोह की सरगना के खिलाफ कासना थाने में पहले से ही केस दर्ज है. महिला सदस्यों के पास से सोने और चांदी के गहने, नकदी, आधार कार्ड और पैन कार्ड समेत अन्य सामान बरामद हुआ है.
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि बीते दिनों साप्ताहिक बाजार से महिलाओं के गहने समेत अन्य सामान चोरी होने की शिकायतें मिली. इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित की गई. फिर फेज दो थाने की पुलिस ने शुक्रवार को बाजारों में चोरी की वारदात करने वाली चार महिलाओं को दबोच लिया. महिलाओं का जब आपराधिक इतिहास पता किया गया तो गिरोह की सरगना के खिलाफ कासना थाने में पहले से ही केस दर्ज होने की जानकारी मिली.
पुलिस पूछताछ में महिलाओं ने बताया कि बस और मेट्रो से वह नोएडा आती है और अलग-अलग जगहों पर लगने वाले साप्ताहिक बाजारों में घुस जाती है. भीड़ का फायदा उठाकर चोरी की वारदात करती है. अब तक इन्होंने 50 से अधिक वारदात दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग शहरों में की है. गिरोह में शामिल कुछ अन्य महिलाओं के बारे में भी जानकारी पुलिस को मिली है. पुलिस जल्द ही अन्य महिलाओं की गिरफ्तारी का दावा कर रही है.
आभूषण और मोबाइल चुराने वाली 4 महिलाएं गिरफ्तार (etv bharat)
ऐसे करती हैं वारदात:गिरफ्त में आई महिलाओं ने बताया कि वे ग्राहकों का ध्यान भंग होने की प्रतीक्षा करती है. थोड़ी सी चूक होने पर तुंरत पर्स, मोबाइल, शरीर में पहने गहने समेत अन्य सामान चोरी कर लेती है. सभी महिलाएं समूह में कार्य करती है, जो महिला पर्स समेत अन्य सामान चोरी करती है वह तुरंत दूसरी महिला साथी को सामान पकड़ा देती है. दूसरे से तीसरे और तीसरे से चौथी महिला तक सामान पहुंच जाता है. फिर चोरी की सामान को एकत्र कर बेच दिया जाता है और जो भी पैसा मिलता है उसे गिरोह की महिलाएं आपस में बांट लेती है.
एक ही गांव की हैं महिलाएं:गिरफ्त में आई सभी महिलाएं एक ही गांव की है. पकड़े जाने के डर से महिलाएं वारदात के लिए अलग-अलग बाजारों का चयन करती है. चोरी के कुछ सामान को महिलाएं राहगीरों को मजबूरी बताकर भी बेच देती है. इनका कोई निश्चित ग्राहक नहीं होता है. जहां भी सामान का अच्छा दाम मिलता है वहीं उसे बेच देती है. जब महिलाओं को दबोचा गया तो उन्होंने बताया कि वे नोएडा एक चिकित्सक को दिखाने आई थी. हालांकि जब उनके पास चिकित्सक का पर्चा या मोबाइल नंबर नहीं मिला तो कड़ाई से पूछताछ शुरू की गई, इसके बाद गिरोह का पर्दाफाश हुआ.
लिटिल गैंग से मिलता है वारदात का तरीका:फेज दो थाने की पुलिस ने ही कुछ समय पहले इसी प्रकार की वारदात करने वाले लिटिल गैंग का पर्दाफाश किया था. गिरोह में शामिल सभी आरोपी नाबालिग थे. लिटिल गैंग के सदस्य जहां बाजारों से मोबाइल चोरी करते थे, वहीं महिला गैंग मोबाइल, पर्स और गहने सहित कोई भी सामान चोरी कर लेती है. महिलाओं से चोरी का सामान खरीदने वाले लोगों की भी पहचान की जा रही है. पुलिस चोरी का सामान खरीदने वाले लोगों को भी जांच के बाद आरोपी बना सकती है. गिरोह की महिलाएं पढ़ी लिखी नहीं है.