देहरादून:देश की पंचायतों में बेहतर काम करने वाली 150 महिला जनप्रतिनिधियों को केंद्र सरकार 15 अगस्त को दिल्ली में सम्मानित करने जा रही है. 78वे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिल्ली में सम्मानित होने वाली 150 महिला जनप्रतिनिधियों में से चार महिला जनप्रतिनिधि उत्तराखंड की भी हैं. जिनमें देहरादून की मीनू छेत्री, विकासनगर की तबस्सुम इमरान, पौड़ी की मनीषा बहुगुणा और पिथौरागढ़ की ममता बोरा शामिल हैं.
मनीषा बनी मिसाल, महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर:पौड़ी जिले के खिर्सू विकास खंड के ग्राम पंचायत मरखोड़ा की ग्राम प्रधान मनीषा बहुगुणा, अपने गांव के ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बना रहीं हैं. जिसके चलते ग्राम प्रधान मनीषा बहुगुणा को स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त के अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में बुलाया गया है. मनीषा, मातृशक्ति को आत्मनिर्भर बनाने दिशा में लगातार काम कर रही हैं. मनीषा के गांव में 60 से अधिक ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को कंप्यूटर ट्रेनिंग दिला चुकी हैं. मनीषा को उत्तराखंड गौरव रत्न और महिला सशक्तिकरण पुरस्कार मिल चुका है. वे श्रीनगर में अपना कंप्यूटर सेंटर छोड़कर गांव में रिवर्स पलायन कर महिलाओं को मजबूत करने का काम कर रही हैं.
पिथौरागढ़ की ममता बोरा सबसे छोटी उम्र की ग्राम प्रधान:पिथौरागढ़ जिले की ननकूड़ी ग्राम पंचायत की ग्राम प्रधान ममता बोरा को 15 अगस्त को दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा. ममता बोरा, पहली ऐसी ग्राम प्रधान हैं जो सबसे छोटी उम्र में ग्राम प्रधान बनीं हैं. ममता, अपने ग्राम पंचायत को खुले में शौच मुक्त बनाने, ग्राम पंचायतों में सबसे शौचालयों का निर्माण कराने, प्लास्टिक कचरे को कम करने के को लेकर लोगों को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुकी हैं. उन्होंने गांव में सामुदायिक शौचालय का निर्माण भी करवाया है. जिसके चलते ममता को दिल्ली में 15 अगस्त के कार्यक्रम के लिए बुलाया गया है. इसी साल ममता को 26 जनवरी के दिन राष्ट्रपति के भोज में शामिल होने का भी मौका मिला था.