शिमला:सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को शिमला से वर्चुअली अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता की. इस अवसर पर उन्होंने 120.44 करोड़ रुपये की लागत की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए. वहीं, सीएम सुक्खू ने चम्बा में प्रदेश के पहले ग्रीन हाइड्रोजन आधारित मोबिलिटी स्टेशन का भी शिलान्यास किया. उन्होंने कहा कि यह स्टेशन ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी क्षेत्र में प्रदेश का मार्ग प्रशस्त करेगा. प्रदेश सरकार की इस महत्त्वाकांक्षी हरित पहल का निर्माण नेशनल हाइड्रो पावर कॉर्पोरेशन (एनएचपीसी) की ओर से 14 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जाएगा. ये प्रोजेक्ट अगस्त 2025 तक पूरा होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना एनएचपीसी चमेरा-3 पावर स्टेशन के निकट स्थापित की जाएगी. ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए इसे 300 किलोवाट ग्रिड के सौर ऊर्जा संयंत्र से जोड़ा जाएगा. यह संयंत्र रोजाना 20 किलोग्राम ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादित करेगा. ग्रीन हाइड्रोजन बस में भरने के लिए 450 बार या इससे अधिक के दबाव से संग्रहित किया जाएगा. इसके अतिरिक्त बस सुविधा के लिए एक हाइड्रोजन डिस्पेंसर यूनिट भी स्थापित की जाएगी. इस पहल के माध्यम से क्षेत्र में पहली बार ग्रीन हाइड्रोजन बसों की शुरूआत की जाएगी. प्रदेश सरकार की इस नवोन्मेषी पहल से भारत के दुर्गम क्षेत्रों में ग्रीन हाइड्रोजन के प्रति जागरूकता फैलाने में सहायता मिलेगी. इस संदर्भ में एनएचपीसी ने चंबा के लिए एक ग्रीन हाइड्रोजन बस खरीद के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर ली है.
मौसम खराब होने की वजह से मिंजर मेले में नहीं जा सके सीएम:
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के शुरू होने से चंबा जिला में राजस्व और रोजगार सृजन के अवसर पैदा होंगे. हिमाचल को हरित ऊर्जा राज्य के रूप में 31 मार्च, 2026 तक स्थापित करने के लक्ष्य की पूर्ति के लिए सरकार हरित ऊर्जा विकल्पों का समुचित दोहन सुनिश्चित कर रही है, जिसके लिए हरित ऊर्जा उद्योगों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. सीएम ने कहा कि मौसम के खराब होने के कारण वो चम्बा में मिंजर मेले के समापन समारोह में व्यक्तिगत तौर पर भाग नहीं ले पाए.