पटना:बिहार में आरजेडी को बड़ा झटका लगा है. पहले फेज के मतदान से ठीक एक दिन पहले भागलपुर के पूर्व सांसद शैलेश कुमार उर्फबुलो मंडल जेडीयू में शामिल हो गए हैं. जनता दल यूनाइटेड के पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में आयोजन मिलन समारोह में सीएम नीतीश कुमार के सामने उन्होंने सदस्यता ग्रहण की.
आरजेडी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं:जेडीयू ज्वाइन करने के बाद बुलो मंडल ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल में आंतरिक लोकतंत्र खत्म हो चुका है. उन्होंने कहा कि उनके जैसे जमीनी कार्यकर्ता की अब पार्टी को जरूरत नहीं है. ऐसे में उन्होंने बिहार के विकास के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ आने का फैसला किया है.
"राजद में अब आंतरिक लोकतंत्र नहीं है. मेरे जैसे कार्यकर्ता की जरूरत राजद को नहीं है. इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में आस्था व्यक्त करते हुए मैं आज जदयू में शामिल हुआ हूं."- बुलो मंडल, पूर्व आरजेडी सांसद, भागलपुर
बुलो मंडल ने क्यों छोड़ा आरजेडी?: दरअसल, बुलो मंडल लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते थे. भागलपुर सीट से उनकी दावेदारी थी लेकिन सीट बंटवारे के तहत यह सीट कांग्रेस के हिस्से में चली गई है. विधायक अजीत शर्मा को वहां से उम्मीदवार बनाया गया है. टिकट नहीं मिलने के कारण बुधवार को उन्होंने आरजेडी से इस्तीफा दे दिया था.
कौन हैं बुलो मंडल?: लालू परिवार के बेहद करीबी और तेजस्वी यादव की युवा टीम के खास मेंबर रहे शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल 2014 में भागलपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे. उन्होंने बीजेपी के शाहनवाज हुसैन को हराया था. हालांकि 2019 में उनको जेडीयू के अजय मंडल के हाथों शिकस्त मिली थी. वह आरजेडी के युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं.