पटना: कांग्रेस की पूर्व सांसद एवं वरिष्ठ नेता मनोरमा सिंह पंचतत्व में विलीन हो गईं. पटना के दीघा घाट पर सोमवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया. पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चंद्रशेखर सिंह की पत्नी व पूर्व सांसद मनोरमा सिंह ने 92 वर्ष की अवस्था में रविवार को अंतिम सांस ली.
सदाकत आश्रम लाया गया पार्थिव शरीर:उनके पुत्र विभु शेखर सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी. इस मौके पर कांग्रेस के अनेक वरिष्ठ नेता और बांका और जमुई से आए हुए सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे. स्वर्गीय मनोरमा सिंह का पार्थिव शरीर कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में लाया गया.
'कांग्रेस के लिए अपूरणीय क्षति': पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह , बिहार विधानसभा में पार्टी के नेता शकील अहमद खान पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा सहित सभी वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया. डॉ अखिलेश सिंह ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि इनका निधन कांग्रेस पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है.
2 बार संसद की सदस्य रहीं मनोरमा सिंह:मनोरमा सिंह कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रही हैं. वह बांका से दो बार सांसद रही थीं. पहली बार 1984 में लोकसभा चुनाव में मनोरमा सिंह ने बीजेपी के नेता जनार्दन यादव को हराया था. इसके बाद चंद्रशेखर सिंह के निधन के उपरांत 1986 के उपचुनाव में सांसद चुनी गई थीं.
जॉर्ज फर्नांडीज को दी थी मात:चंद्रशेखर सिंह के निधन के कारण 1986 में बांका लोकसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव हुआ था. कांग्रेस ने उनकी पत्नी मनोरमा सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया था. सबसे दिलचस्प यह बात है कि 1986 में हुए उपचुनाव में मनोरमा सिंह के खिलाफ समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नांडिस चुनावी मैदान में थे.