रीवा(राकेश सोनी): मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्षों के नियुक्ति सूची को लेकर चल रही अटकलों के बीच बुधवार की रात चौथी सूची जारी कर दी गई. भाजपा ने एक बार फिर सबको चौंका दिया. रीवा जिले के पूर्व महापौर वीरेंद्र गुप्ता को जिला अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है. समर्थक और पार्टी कार्यकर्ताओं को इसकी सूचना मिलते ही उनके आवास पर जश्न का माहौल बन गया. सभी ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाइयां दीं.
नव निर्वाचित बीजेपी जिला अध्यक्ष ने की ईटीवी भारत से खास बातचीत
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता ने कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी के वर्षों पुराने कार्यकर्ता हैं. पार्टी में रहते हुए सौंपी गई जिम्मेदारियों का उन्होंने बखूबी निर्वहन किया है. अब उन्हें जिला अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है, इसके लिए वह प्रदेश के नेतृत्व का धन्यवाद करते हैं. कहा कि पार्टी नेतृत्व ने उन पर भरोसा जताया है जिस पर वह खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे.
रीवा भाजपा जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता (Etv bharat) भारतीय जनता पार्टी से1980 में जुड़े वीरेंद्र गुप्ता
उन्होंने आगे कहा कि वह संघ के स्वयंसेवक भी हैं. भारतीय जनता पार्टी से वह सन 1980 में जुड़े थे. वह बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता भी रहे हैं. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय समिति के सदस्य रहे. इसके साथ ही वह नगर मंत्री, नगर महामंत्री, नगर अध्यक्ष, जिला महामंत्री, जिला उपाध्यक्ष, प्रदेश मंत्री का पद भी संभाल चुके हैं. वर्तमान में वह प्रदेश कार्य समिति के सदस्य हैं और अब प्रदेश भाजपा ने उन्हें जिला अध्यक्ष की कमान सौंपी है.
सूची जारी होने में देरी को लेकर बोले- रायशुमारी के बाद पार्टी नेताओं ने लिया फैसला
जिला अध्यक्षों की सूची जारी में देरी के सवाल पर वीरेंद्र गुप्ता ने कहा "पार्टी में किसी प्रकार का कोई संशय नहीं था. भाजपा एक व्यवस्थित पार्टी है. अपने कार्यकर्ताओं से रायशुमारी और चर्चा करने के बाद जिला अध्यक्षों के नाम को सूची जारी की गई.
वर्ष 2004 में वीरेंद्र गुप्ता निर्वाचित हुए थे महापौर
जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता ने बताया कि 2004 में भाजपा ने उन्हें महापौर का उम्मीदवार घोषित किया था. उन्होंने मेयर का चुनाव लड़ा और रीवा की जनता ने उन्हें जीत दिलाई. जब वह मेयर बने उसके पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार हुआ करती थी. पूरे प्रदेश के साथ-साथ रीवा में भी सड़क, बिजली, पानी और कानून व्यवस्था नाम की चीज नही थी. आज रीवा आप सबके सामने है. उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के नेतृत्व में हम सब रीवा को मध्य प्रदेश का नंबर 1 शहर बनने की ओर अग्रसर हैं.
कांग्रेस को घेरा, बोले- उनके पास आरोपों के सिवा कुछ नहीं
रीवा कांग्रेस की ओर से भाजपा में गुटबाजी के आरोपों के सवाल पर वीरेंद्र गुप्ता ने कहा "जिनके पास कुछ नहीं वे केवल आरोप ही लगा सकते हैं. अगर उनके पास कुछ है तो वे आकर जनता के सामने खड़े हों. अगर हमारे यहां गुटबाजी हो या कोई कमी हो तो वे जनता के सामने जाएं. हम तो भारतीय जनता पार्टी के लोग हैं. जब कांग्रेस केंद्र से लेकर प्रदेश तक सरकार में होती थी तब भाजपा कार्यकर्ता के नाते हम लोग सड़क पर उतरकर सरकार का विरोध करते थे. अगर कांग्रेस में दम है तो वह भी सड़क पर उतरे."
आने वाले विधानसभा चुनाव में निभाएंगे अहम भूमिका
वीरेंद्र गुप्ता ने कहा "भाजपा ने विश्वास जताकर मुझे जिला अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया है. वर्तमान में रीवा जिले में 6 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 5 विधान सभाएं हमारे पास हैं. हमारा पूरा प्रयास होगा कि अगले चुनाव में सभी 6 सीटें भारतीय जनता पार्टी की झोली में जाएं. वर्तमान में कांग्रेस के महापौर की हालत तो रीवा की जनता ने देख ही लिया है कि वह कुछ कर नहीं रहे हैं.
लोग लगा रहे थे अटकलें बुधवार को पार्टी ने सब को चौकाया
दरअसल रीवा में जिला अध्यक्ष के नाम की घोषणा से पूर्व कयासों का दौर जारी था. कोई पूर्व सांसद चंद्रमणि त्रिपाठी की बेटी प्रज्ञा त्रिपाठी के जिला अध्यक्ष बनाए जाने की बात कर रहा था तो कोई भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव तिवारी के बारे में. इनके साथ ही पूर्व जिला अध्यक्ष अजय सिंह को रिपीट करने की बातें भी सामने आईं जबकि अन्य नामों को लेकर भी पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच सुगबुगाहट चल रही थी. मगर उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल के करीबी होने के चलते वीरेंद्र गुप्ता के नाम पर बी कयास लगाए जा रहे थे. बुधवार को पार्टी ने उनके नाम पर मुहर लगा दी.