जमुई : अब इसे क्या कहेंगे. नेताजी जोश में हों. पूरे दमखम के साथ आगे बढ़ रहे हों. तभी साथ चल रहा कार्यकर्ता चिल्लाने लगे, 'मुर्दाबाद-मुर्दाबाद'. जी हां कुछ ऐसा ही नजारा जमुई में देखने को मिला. कुछ देर के लिए वहां सभी लोग भौचक्के रह गए.
अजय प्रताप मुर्दाबाद के लगे नारे : दरअसल, अजय प्रताप सिंह अपने समर्थकों के साथ आरजेडी में शामिल होने निकले थे. कार्यकर्ताओं में पूरा उत्साह था. कैमरा का फोकस अजय प्रताप सिंह पर था. एक्शन की बारी आयी, यानी पत्रकारों ने सवाल पूछा. सवाल-जवाब का दौर चल रहा था. इतने में एक कार्यकर्ता पूरे जोश में आवाज लगाने लगा, 'अजय प्रताप मुर्दाबाद'.
RJD में जाना पुराना निर्णय- अजय प्रताप :अजय प्रताप सिंह असमंजश में फंस गए. उन्होंने कार्यकर्ताओं को शांत रहने का आदेश दिया. कार्यकर्ता चुप हुए फिर अजय प्रताप ने सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा, आरजेडी में जाने का हमारा बहुत पुराना निर्णय था, उसे आज अमलीजामा पहनाया जा रहा है.
''मैं उपेन्द्र कुशवाहा के साथ नहीं था. उन्होंने जबरन मुझे टिकट दे दिया था. मैं 'लालटेन' को थामने जा रहा हूं. मेरे साथ चल रही भीड़ देखकर अंदाज लगा लीजिए जमुई की आम जनता मेरे साथ है.''- अजय प्रताप सिंह, पूर्व विधायक
लालू-तेजस्वी से पहले हुई थी मुलाकात :दरअसल, जमुई के पूर्व विधायक अजय प्रताप अपने हजारों समर्थकों के साथ पैदल मार्च करते हुऐ श्री कृष्ण मेमोरियल स्टेडियम पहुंचे. जहां तेजस्वी यादव की चुनावी जनसभा थी. कार्यक्रम के दौरान अजय प्रताप ने आरजेडी की सदस्यता ग्रहण कर ली. इससे पहले पटना में वह तेजस्वी और लालू यादव से मुलाकात कर चुके थे.