पटना: राजधानी पटना में मुआवजे की मांग को लेकर किसान आंदोलनकर रहे हैं. मंगलवार को फुलवारी के विधायक गोपाल रविदास भी इस आंदोलन में शामिल हुए और जमीन पर लेट कर प्रदर्शन करने लगे. जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन लाठी डंडे के बल पर भगाना चाहा. जब किसानों के साथ ही विधायक रविदास सड़क पर बैठ गये. इस दौरान विधायक और बीडीओ के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई.
दो दिनों से चल रहा किसानों का आंदोलन:दरअसल, किसानों के जमीन को सड़क निर्माण विभाग के आईएलएसएफ कम्पनी द्वारा लीज पर लिया गया था. किसानों के जमीन को कम्पनी द्वारा अग्रीमेंट किया गया था. परन्तु किसानों को ना तो उनके जमीन किराया मिला और ना ही उनकी जमीन को कृषि लायक बनाया गया है. उनकी जमीन बंजर हो गई है. किसान पिछले दो दिनों से पटना गया डोभी सड़क के किनारे कम्पनी कार्यालय के पास मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
पुलिस पर मिली भगत का आरोप:दूसरी ओर किसानों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन से मिली भगत कर यहां से कम्पनी की सामान को ढोया जा रहा है. प्रशासन की इस तानाशाही रवैया को देखते हुए प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच पोठही मे कम्पनी कार्यालय के पास स्थानीय विधायक गोपाल रविदास पहुंचे. पुलिस उन्हें भी लाठी डंडे के बल पर भगाना चाहा, परन्तु किसानों के साथ ही विधायक रविदास सामान ले जा रहे गाड़ियों के बीच सड़क पर बैठ गये.
"लगभग 25 बीघा में दर्जनों किसानों की जमीन में बंजर हो गई है. सड़क निर्माण कंपनी बिना मुआवजा दिए अपना सामान लेकर भाग रही है और पुलिस प्रशासन तानाशाह रवैया अपना रही है. जब तक किसानों को मुआवजा नहीं मिलेगा हम लोग विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे."-गोपाल रविदास विधायक, फुलवारी
विधायक सड़क पर लेट गए:पुलिस के रवैये से नाखुश विधायक बीच सड़क पर ही लेट कर प्रदर्शन करने लगे. उन्होंने कहा कि पहले मेरे ऊपर से गाड़ी को चढ़ाकर कम्पनी के सामान ले जाए. जब तक हम जिन्दा हैं, तबतक हम किसानों के आंदोलन के साथ हैं. विधायक ने कहा की किराये पर लिया गया किसानों के जमीन को बिना मुआवजा और बिना कृषि योग्य बनाए ही सामान ढोया जा रहा है. उनकी बिना कृषि योग्य बनाए और बिना मुआवजा के सामान ढोना बंद करे.
विधायक और बीडीओ में बहस:किसानों को विधायक का साथ मिलते ही किसान प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. तभी पुनपुन प्रखंड विकास पदाधिकारी के आदेश पर पुलिस उनके साथ बैठे किसानों को लाठी डंडे के बल पर भगाना शुरू कर दिया और पुलिस विधायक को भी लाठी डंडे के बल पर भगाना चाहा. जिस पर विधायक और BDO के बीच बहस हुई.