मोतिहारी : पूर्वी चंपारण जिला के मुफ्फसिल पुलिस ने रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) में बहाली करने के फर्जी ट्रेनिंग सेंटर का खुलासा किया है. साथ ही पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है. जिसके पास से पुलिस ने एक ऑटोमेटिक पिस्तौल, 14 जिंदा कारतूस, दो मैगजीन, एक लैपटॉप, एक कैमरा और आरपीएफ के एसआई का वर्दी व फर्जी प्रमाणपत्र बरामद हुआ है.
गिरोह का सरगना फरार :गिरफ्तार युवक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भटहां गांव का रहने वाला सन्नी कुमार है. पुलिस के अनुसार इस फर्जीवाड़ा गिरोह का सरगना पप्पू कुमार फरार है. जिसने अबतक 50 से अधिक युवकों को फर्जी तरीके से आरपीएफ और टीटी के रूप में बहाल कर उनसे मोटी रकम की उगाही कर चुका है.
तीन युवकों से पूछताछ :दरअसल, इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब सोनपुर रेलवे स्टेशन पर टिकट चेक करते हुए तीन फर्जी टीटीई को आरपीएफ इंस्पेक्टर ने पकड़ा. पूछताछ में पकड़े गए तीनों युवक कुछ बता नहीं रहे थे. इसी बीच पकड़े गए फर्जी टीटीई को छुड़ाने में लिए दो युवक आ गए. जिसे देखकर आरपीएफ इंस्पेक्टर को शक हुआ. उसके बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर ने दोनों को बैठाकर पूछताछ करनी शुरू की. जिसमें से एक पूर्वी चंपारण के डुमरियाघाट थाना क्षेत्र के सेमुआपुर का दीपक तिवारी और दूसरा कोटवा थाना के अमवा गांव का सक्षम श्रीवास्तव था.
ट्रेनिंग सेंटर का बोर्ड लगा वीडियो मिला :आरपीएफ इंस्पेक्टर ने जब दोनों के मोबाइल फोन की जांच की तो उसमें आरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर (फर्जी) का बोर्ड लगा हुआ वीडियो मिला. जिसमें एक फर्जी आरपीएफ इंस्पेक्टर युवकों का इंटरव्यू करता हुआ दिखा. उसके बाद दोनों युवकों से आरपीएफ ने सख्ती से पूछताछ की.
बेरोजगार युवकों को प्रशिक्षित किया जाता :पूछताछ में दोनों ने बताया कि''मोतिहारी के मुफ्फसिल थाना के भटहां में पप्पू कुमार के घर में हम लोग फर्जी ट्रेनिंग सेंटर चलाते हैं. जहां पर बेरोजगार युवकों को प्रशिक्षित किया जाता है. फिर वहां से उन्हें ज्वाइनिंग लेटर देकर अलग अलग स्टेशन पर भेजा जाता है.''
हिरासत में सन्नी कुमार : इसके बाद सोनपुर आरपीएफ दोनों को लेकर मोतिहारी पहुंची. जहां मुफ्फसिल थानाध्यक्ष मनीष कुमार के सहयोग से पप्पू कुमार के भटहां स्थित घर पर छापेमारी की गयी. जहां से एक सन्नी कुमार को हिरासत लिया गया.