फर्जी पुलिस सत्यापन गिरोह का पर्दाफाश (ETV BHARAT) नई दिल्ली/नोएडा:सोसाइटी में काम करने वाले घरेलू सहायकों का फर्जी तरीके से पुलिस वेरिफिकेशन करने का कारोबार करने वाले गैंग का थाना एक्सप्रेसवे पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस गैंग को पुलिस ने छपरौली के पास से गिरफ्तार किया, जहां इन लोगों द्वारा फर्जी दस्तावेज बनाकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौतम बुद्ध नगर के नाम से वेरिफिकेशन किया जा रहा था.
डीसीपी नोएडा राम बदन सिंह ने बताया कि इन लोगों द्वारा अब तक सैकड़ों लोगों का फर्ज तरीके से वेरिफिकेशन किया गया है. फॉर्म फीस और वेरिफिकेशन का अलग-अलग पैसा लिया जाता था. आरोपियों के कब्जे से 3 लैपटॉप, 6 वैरिफिकेशन फार्म की छायाप्रति, 2 वेरिफिकेशन फार्म भरे हुए, एक रबर की मोहर, 2 स्टाम्प पैड, 32 खाली फार्म और 2 मोबइल फोन बरामद हुए हैं.
थाना एक्सप्रेस-वे पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस व गोपनीय सूचना की सहायता से छपरौली से तीनों आरोपी रजनीश सिंह चौहान पुत्र राजेन्द्र सिंह चौहान, राहुल चौहान पुत्र बलबीर चौहान और अमित कुमार पुत्र ओमपाल को गिरफ्तार किया है.
डीसीपी नोएडा राम बदन सिंह ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ करने पर पता चला कि लोटस जिंग सोसाइटी सेक्टर-168 नोएडा में काम करने वाली मैड और किरायेदारों को इस गैंग के लोग सत्यपान करते थे. इनके पास पूर्व से पुलिस की फर्जी मोहर लगे कागज व 50 रुपये बैंक के चालान रसीद की प्रति मिली है. जिस रसीद को एडिट करके फर्जी कूटरचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी पुलिस सत्यापन करते थे. उन्होंने बताया कि इनके द्वारा कहा से मोहर बनवाई गई है इसकी जानकारी पता की जा रही है. इसके साथ ही इस गैंग में और कितने लोग शामिल है, इसकी भी जानकारी पता की जा रही है.
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