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इंडिया गठबंधन के बाद अब एनडीए में भी दरार, भाजपा के इन दो सहयोगी दलों ने भी उतारे प्रत्याशी - NDA IN DELHI ELECTION

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए एनसीपी अजित पवार गुट ने 30, जबकि रामदास अठावले की आरपीआई ने उतारे 15 प्रत्याशी

INDIA गठबंधन के बाद क्या अब NDA में भी आई दरार?
INDIA गठबंधन के बाद क्या अब NDA में भी आई दरार? (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 18, 2025, 9:56 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में इंडिया गठबंधन के बाद अब एनडीए गठबंधन में भी दरार देखने को मिल रही है. इंडिया गठबंधन की दोनों प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं. वहीं, अब महाराष्ट्र में एनडीए गठबंधन में शामिल एनसीपी (अजित पवार) गुट ने भी दिल्ली की 30 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने के साथ ही उनके नामांकन भी करा दिए हैं. ये सभी प्रत्याशी उन सभी 30 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, जहां से भाजपा ने भी पहले से ही प्रत्याशी घोषित कर रखे हैं.

जेडीयू और लोजपा की सीटों पर भी एनसीपी: बता दें कि एनसीपी अजित पवार गुट ने भाजपा की ओर से गठबंधन में बिहार में सहयोगी दलों जेडीयू और लोजपा के लिए छोड़ी गई सीटों पर भी अपने प्रत्याशी उतारे हैं. एनसीपी के नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि महाराष्ट्र में एनसीपी का भाजपा के साथ गठबंधन है. साथ ही एनसीपी सरकार में भी शामिल है. लेकिन, दिल्ली में गठबंधन नहीं है. इसलिए हमने अपने प्रत्याशी भी उतारे हैं, जब कि भाजपा ने बिहार के चुनाव को देखते हुए और इस बात का संदेश देने के लिए कि भाजपा पूर्वांचल के लोगों के साथ है. इसलिए जेडीयू और लोजपा के लिए एक-एक सीट छोड़ दी है.

एनसीपी (अजित पवार) गुट ने दिल्ली की 30 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित किये
एनसीपी (अजित पवार) गुट ने दिल्ली की 30 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित किये (ETV Bharat)

भाजपा को आया बिहार विधानसभा के चुनाव का ख्याल: भाजपा की ओर से दोनों सहयोगी दलों के लिए एक-एक सीट छोड़ने के पीछे इसी साल अक्टूबर नवंबर में बिहार विधानसभा का चुनाव होने को भी कारण माना जा रहा है. वहीं, भाजपा के एक नेता ने कहा कि दिल्ली में महाराष्ट्र के लोगों की संख्या बहुत कम है. इसलिए एनसीपी के लिए सीट छोड़ने का कोई मतलब नहीं रह जाता. बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं.

बीजेपी ने जेडीयू और लोजपा के लिए छोड़ी सीट, एनसीपी के लिए नहीं: बता दें कि एनडीए गठबंधन में दरार पड़ गई है. इस बात की पुष्टि भाजपा की ओर से जेडीयू और लोजपा के लिए एक-एक सीट छोड़ने से भी होती है. जबकि एनसीपी (अजित पवार) गुट के लिए भाजपा ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से एक भी सीट नहीं छोड़ी. अगर एनडीए में सब कुछ ठीक चल रहा होता तो भाजपा एनसीपी के लिए भी सीट छोड़ देती.

एनडीए में शामिल रामदास अठावले की आरपीआई ने भी उतारे प्रत्याशी: एनडीए गठबंधन में दरार पड़ने का दूसरा उदाहरण एनडीए की केंद्र सरकार में मंत्री रामदास अठावले की ओर से अपनी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) की ओर से दिल्ली की 15 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की गई है. अठावले की ओर से जिन 15 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की गई है उनमें दो एससी सीटें भी शामिल हैं, जिन पर प्रत्याशी उतारे गए हैं. इसके अलावा, नई दिल्ली सीट पर भी रामदास अठावले ने अपनी पार्टी का उम्मीदवार उतारा है.

रामदास अठावले की आरपीआई (ए) के प्रत्याशी



  • 1. सुल्तानपुर माजरी (एससी) से लक्ष्मी

    2. कोंडली (एससी) से आशा कांबले

    3. तिमारपुर से दीपक चावला

    4. पालम से वीरेंद्र तिवारी

    5. नई दिल्ली से शुभी सक्सेना

    6. पटपड़गंज से रणजीत

    7. लक्ष्मी नगर से विजय पाल सिंह

    8. नरेला से कन्हैया

    9. संगम विहार से तजिंदर सिंह

    10. सरदर बाजार से मनीषा

    11. मालवीय नगर से राम नरेश निशाद

    12. तुगलकाबाद से मंजूर अली

    13. बदरपुर से हर्षित त्यागी

    14. चांदनी चौक से सचिन गुप्ता

    15. मटियाला महल से मनोज कश्यप

लोजपा प्रत्याशी ने भी किया नामांकन
बता दें कि भाजपा की ओर से छोड़ी गई देवली सीट पर प्रत्याशी के बारे में बताते हुए केन्द्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि भाजपा ने घोषणा की है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में देवली की सीट लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को दी गई है.

उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने देवली की सीट से ऐसे प्रत्याशी को चुनाव लड़ाने का फैसला किया है, जिन्होंने लंबे समय तक बिना किसी स्वार्थ के अपने क्षेत्र के लोगों के बीच काम किया है. दीपक तंवर दशकों से मेरे और मेरे परिवार के विचारों के साथ जुड़े रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि ये बड़े अंतर से जीतेंगे.

जानिए दिल्ली में कब होगी वोटिंग और काउंटिंग
जानिए दिल्ली में कब होगी वोटिंग और काउंटिंग (ETV Bharat)

बता दें कि दिल्ली में कुल 70 विधानसभा क्षेत्र हैं. निर्वाचन आयोग ने घोषणा की है कि 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव 2025 की वोटिंग होगी, और 8 फरवरी को काउंटिंग होगी. चुनाव की घोषणा से पहले ही दिल्ली में सियासी सरगर्मी तेज हैं. इसी बीच राजनितिक पार्टियों का अरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है. भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच यह सिलसिला लगातार जारी है.

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नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में इंडिया गठबंधन के बाद अब एनडीए गठबंधन में भी दरार देखने को मिल रही है. इंडिया गठबंधन की दोनों प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं. वहीं, अब महाराष्ट्र में एनडीए गठबंधन में शामिल एनसीपी (अजित पवार) गुट ने भी दिल्ली की 30 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने के साथ ही उनके नामांकन भी करा दिए हैं. ये सभी प्रत्याशी उन सभी 30 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, जहां से भाजपा ने भी पहले से ही प्रत्याशी घोषित कर रखे हैं.

जेडीयू और लोजपा की सीटों पर भी एनसीपी: बता दें कि एनसीपी अजित पवार गुट ने भाजपा की ओर से गठबंधन में बिहार में सहयोगी दलों जेडीयू और लोजपा के लिए छोड़ी गई सीटों पर भी अपने प्रत्याशी उतारे हैं. एनसीपी के नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि महाराष्ट्र में एनसीपी का भाजपा के साथ गठबंधन है. साथ ही एनसीपी सरकार में भी शामिल है. लेकिन, दिल्ली में गठबंधन नहीं है. इसलिए हमने अपने प्रत्याशी भी उतारे हैं, जब कि भाजपा ने बिहार के चुनाव को देखते हुए और इस बात का संदेश देने के लिए कि भाजपा पूर्वांचल के लोगों के साथ है. इसलिए जेडीयू और लोजपा के लिए एक-एक सीट छोड़ दी है.

एनसीपी (अजित पवार) गुट ने दिल्ली की 30 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित किये
एनसीपी (अजित पवार) गुट ने दिल्ली की 30 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित किये (ETV Bharat)

भाजपा को आया बिहार विधानसभा के चुनाव का ख्याल: भाजपा की ओर से दोनों सहयोगी दलों के लिए एक-एक सीट छोड़ने के पीछे इसी साल अक्टूबर नवंबर में बिहार विधानसभा का चुनाव होने को भी कारण माना जा रहा है. वहीं, भाजपा के एक नेता ने कहा कि दिल्ली में महाराष्ट्र के लोगों की संख्या बहुत कम है. इसलिए एनसीपी के लिए सीट छोड़ने का कोई मतलब नहीं रह जाता. बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं.

बीजेपी ने जेडीयू और लोजपा के लिए छोड़ी सीट, एनसीपी के लिए नहीं: बता दें कि एनडीए गठबंधन में दरार पड़ गई है. इस बात की पुष्टि भाजपा की ओर से जेडीयू और लोजपा के लिए एक-एक सीट छोड़ने से भी होती है. जबकि एनसीपी (अजित पवार) गुट के लिए भाजपा ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से एक भी सीट नहीं छोड़ी. अगर एनडीए में सब कुछ ठीक चल रहा होता तो भाजपा एनसीपी के लिए भी सीट छोड़ देती.

एनडीए में शामिल रामदास अठावले की आरपीआई ने भी उतारे प्रत्याशी: एनडीए गठबंधन में दरार पड़ने का दूसरा उदाहरण एनडीए की केंद्र सरकार में मंत्री रामदास अठावले की ओर से अपनी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) की ओर से दिल्ली की 15 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की गई है. अठावले की ओर से जिन 15 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की गई है उनमें दो एससी सीटें भी शामिल हैं, जिन पर प्रत्याशी उतारे गए हैं. इसके अलावा, नई दिल्ली सीट पर भी रामदास अठावले ने अपनी पार्टी का उम्मीदवार उतारा है.

रामदास अठावले की आरपीआई (ए) के प्रत्याशी



  • 1. सुल्तानपुर माजरी (एससी) से लक्ष्मी

    2. कोंडली (एससी) से आशा कांबले

    3. तिमारपुर से दीपक चावला

    4. पालम से वीरेंद्र तिवारी

    5. नई दिल्ली से शुभी सक्सेना

    6. पटपड़गंज से रणजीत

    7. लक्ष्मी नगर से विजय पाल सिंह

    8. नरेला से कन्हैया

    9. संगम विहार से तजिंदर सिंह

    10. सरदर बाजार से मनीषा

    11. मालवीय नगर से राम नरेश निशाद

    12. तुगलकाबाद से मंजूर अली

    13. बदरपुर से हर्षित त्यागी

    14. चांदनी चौक से सचिन गुप्ता

    15. मटियाला महल से मनोज कश्यप

लोजपा प्रत्याशी ने भी किया नामांकन
बता दें कि भाजपा की ओर से छोड़ी गई देवली सीट पर प्रत्याशी के बारे में बताते हुए केन्द्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि भाजपा ने घोषणा की है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में देवली की सीट लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को दी गई है.

उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने देवली की सीट से ऐसे प्रत्याशी को चुनाव लड़ाने का फैसला किया है, जिन्होंने लंबे समय तक बिना किसी स्वार्थ के अपने क्षेत्र के लोगों के बीच काम किया है. दीपक तंवर दशकों से मेरे और मेरे परिवार के विचारों के साथ जुड़े रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि ये बड़े अंतर से जीतेंगे.

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जानिए दिल्ली में कब होगी वोटिंग और काउंटिंग (ETV Bharat)

बता दें कि दिल्ली में कुल 70 विधानसभा क्षेत्र हैं. निर्वाचन आयोग ने घोषणा की है कि 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव 2025 की वोटिंग होगी, और 8 फरवरी को काउंटिंग होगी. चुनाव की घोषणा से पहले ही दिल्ली में सियासी सरगर्मी तेज हैं. इसी बीच राजनितिक पार्टियों का अरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है. भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच यह सिलसिला लगातार जारी है.

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