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दिल्ली मैराथन में मान सिंह ने मनवाया 'लोहा', खास बातचीत में साझा किए अनुभव, दिए जरूरी टिप्स - ATHLETE MAN SINGH

दिल्ली मैराथन दौड़ के 10वें संस्करण का खिताब जीतकर लौटे एथलीट मान सिंह, भारतीय सेना में दे रहे सेवाएं, ईटीवी भारत पर कही कई बातें

Athlete Man Singh
ईटीवी भारत पर एथलीट मान सिंह (फोटो- ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 24, 2025, 8:32 PM IST

Updated : Feb 24, 2025, 9:04 PM IST

भावनाथ पंडित,हल्द्वानी: सीमांत पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले एथलीट मान सिंह एथलेटिक्स के क्षेत्र में देश और दुनिया में उत्तराखंड का नाम रोशन कर रहे हैं. एशियाई मैराथन चैंपियनशिप 2024 अपने नाम कर इतिहास रचने वाले मान सिंह ने एक और खिताब जीता है. मान सिंह ने 23 फरवरी 2025 को दिल्ली के नेहरू स्टेडियम से आयोजित नई दिल्ली मैराथन दौड़ के 10वें संस्करण का खिताब अपने नाम किया है. वहीं, मैराथन में झंडे गाड़कर लौटे मान सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने अपने अनुभव साझा किए.

ईटीवी भारत से बातचीत में एथलीट मान सिंह ने बताया कि उनका जन्म उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के बंगापानी तहसील के छोटे से गांव मेतली कुंडिया हुआ. प्रारंभिक जीवन गांव में ही बीता. बचपन से उन्हें दौड़ने का बहुत शौक था. उनके गांव में सड़क न होने से वो करीब 3-4 किलोमीटर दूर पैदल ही स्कूल जाते थे. अभी भी गांव से सड़क तक पहुंचने के लिए 10 से 12 किलोमीटर पैदल जाना पड़ता है, लेकिन इन तमाम परेशानियों के बावजूद उन्होंने खुद को तराशा.

एथलीट मान सिंह से खास बातचीत (वीडियो- ETV Bharat)

बचपन से खेलकूद में लेते थे हिस्सा:मान सिंह ने बताया कि वो बचपन से ही स्कूल के खेलकूद हों या अन्य प्रतियोगिता में भाग लेते आ रहे हैं. स्कूली दौड़ में वो हमेशा प्रथम स्थान हासिल करते थे. जिससे चलते उनके मन में आया कि क्यों न खेल के माध्यम से अपने करियर को बनाया जाए. इसके अलावा बचपन से भारतीय सेना में सेवा करने की जज्बा भी था. इन्हीं जज्बों को बरकरार रखते हुए उन्होंने सेना भर्ती की तैयारी की. आखिरकार वे सेना में भर्ती भी हो गए.

नई दिल्ली मैराथन दौड़ में मान सिंह का जलवा (फोटो सोर्स- Man Singh)

भारतीय सेना में सेवाएं दे रहे मान सिंह:मान सिंह बताते हैं कि भारतीय सेना में भर्ती होने के बाद उन्हें पता चला कि आर्मी में खेल का बड़ा महत्व है. जिसके बाद उन्होंने एथलीट की प्रैक्टिस को शुरू कर दिया. जहां आर्मी के अधिकारियों का उनका पूरा सपोर्ट मिला. उन्होंने बताया कि आर्मी में आने के बाद रनिंग ज्यादा करने लगा था. बस वहीं से धावक बनने का ख्याल मन में आया. इसके बाद साल 2011 से उन्होंने ट्रेनिंग शुरू की और साल 2012 से प्रतियोगिताओं में मेडल लाना शुरू कर दिया.

दौड़ लगाते एथलीट मान सिंह (फोटो सोर्स- Man Singh)

नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडल लक्ष्य:उन्होंने बताया कि चीन के हांगकांग में आयोजित एशियाई मैराथन चैंपियनशिप 2024 में पहला स्थान हासिल किया था. उन्होंने 2 घंटे 14 मिनट और 19 सेकंड के समय के साथ प्रतियोगिता में जीत परचम लहराया था. मान सिंह ने बताया कि मैराथन के लिए ज्यादा प्रैक्टिस करनी पड़ती है. मॉर्निंग और इवनिंग सेशन में कुल मिलाकर हर रोज 30-35 किलोमीटर दौड़ लगानी होती है. उनका अगला लक्ष्य अब नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडल लाना है.

एथलीट बनने के लिए फिटनेस और डाइट जरूरी-

एकअच्छा एथलीट बनने के लिए सही वर्कआउट के साथ अच्छी डाइट भी जरूरी है. दौड़ लगाने के लिए फिटनेस पर भी ध्यान देना बहुत जरूरी होता है. जिससे कि आगे और बेहतर किया जा सके. - मान सिंह, एथलीट

सरकार से की ये अपील:एथलीट मान सिंह ने बताया कि उत्तराखंड में युवाओं में खेल को लेकर काफी रुचि है, लेकिन खेल को लेकर यहां पर व्यवस्थाएं ठीक न होने के चलते खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर तक अपनी पहचान नहीं बना पा रहे हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि खिलाड़ियों के लिए प्रदेश में ही खेल व्यवस्थाओं को ठीक करें. जिससे कि यहां के खिलाड़ी देश-दुनिया का नाम रोशन कर सकें.

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Last Updated : Feb 24, 2025, 9:04 PM IST

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