सिवान: यूपी का कुख्यात अपराधी चवन्नी सिंह उर्फ सुमित सिंह पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि जौनपुर इलाके के बदलापुर पीली नदी के पास एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली कि चवन्नी सिंह अपने दो साथियों के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने जा रहा है. तभी पीली नदी के पास एसटीएफ ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन चवन्नी सिंह बोलोरो लेकर भागने लगा, इस दौरान उसने पुलिस पर एके 47 से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी.
चवन्नी के सिर में लगी गोली:यह घटना सुबह 4 बजे के आसपास की है. जब पुलिस और चवन्नी सिंह के बीच मुठभेड़ शुरू हुआ. चवन्नी सिंह की फायरिंग के जवाब में एसटीएफ ने भी ताबड़तोड़ फायरिंग की जिसमें एक गोली चवन्नी के सिर में जा लगी. गोली लगने से चवन्नी गंभीर रूप से घायल होकर वहीं गिर पड़ा, वहीं उसके दो साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भाग निकले. पुलिस ने चवन्नी सिंह को जौनपुर के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
इनामी सुमित सिंह उर्फ 'चवन्नी' ढेर (ETV Bharat) यूपी के चवन्नी का शहाबुद्दीन कनेक्शन: बता दें कि चवन्नी सिंह उर्फ सुमित सिंह मऊ के नरई इमलिया गांव का रहने वाला था. जिस पर सरकार ने एक लाख के इनाम की घोषणा की थी. यह शहाबुद्दीन गैंग का एक चर्चित शूटर भी था. चवन्नी सिंह पर अलग-अलग राज्यों में लगभग दो दर्जन से ज्यादा गंभीर मामले दर्ज है. वहीं 2014 में सीवान के बीजेपी नेता और पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव के प्रतिनिधि श्रीकांत भारती की सरेआम दिनदहाड़े उसने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद 2016 में सिवान में हुए पत्रकार हत्याकांड में भी उसका नाम सामने आया था.
चवन्नी के पास कहां से आया AK-47?: चवन्नी सिंह उत्तर प्रदेश सहित बिहार के कई जिलों में हत्या जैसी घटना को अंजाम दे चुका था. बता दें कि आज के इस ऑपरेशन को यूपी एसटीएफ और एसओजी के द्वारा अंजाम दिया गया है. वहीं मौके से पुलिस को एक AK 47, एक 9 एमएम पिस्टल और कारतूस भी बरामद हुआ है. अब सवाल ये उठ रहा है कि चवन्नी के पास AK 47 और एक 9 एमएम पिस्टल कहां से आया, उसे कौन हथियार सप्लाई कर रहा था? इन सभी पहलुओं पर पुलिस जांच कर रही है.
चवन्नी के पास एके 47 (ETV Bharat) क्या कहती है पुलिस?:चवन्नी सिंह एनकाउंटर मामले में जौनपुर एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने बताया है कि सुमित उर्फ मोनू चवन्नी मोनू चवन्नी बिहार के चर्चित शहाबुद्दीन गैंग का एक खास शार्प शूटर रहा है. इनामी मोनू चवन्नी सिवान के भाजपा सांसद के प्रतिनिधि की हत्या के मामले में फरार चल रहा था. इसके अलावा भी कई मामलों में पुलिस भाग रहा था. इस कुख्यात पर पूर्वांचल में दो दर्जन से ज्यादा केस दर्ज हैं. इनमें 6 केस हत्या के हैं. इसके अलावा भी चवन्नी पर रंगदारी, हवाई फायरिंग और अन्य मामले दर्ज है.
"मोनू चवन्नी सिंह आज मुठभेड़ में मारा गया. यहहमेशा अलग अलग राज्यों में रहता था और इसके ऊपर कई मामले दर्ज थे. फिलहाल पांच राज्यों में उसका ठिकाना होने की खबर है. मोनू चवन्नी के ऊपर यूपी सहित बिहार में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. अब पुलिस उसके साथियों की तलाश में जुट गई है और उनकी आपराधिक हिस्ट्री खंगाल रही है."-डॉ.अजय पाल शर्मा, एसपी, जौनपुर
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