दौसा.जिले में दिन प्रतिदिन सूर्य देव के तेवर तीखे देखे जा रहे हैं, जिसके चलते लोगों का भीषण गर्मी से बुरा हाल होता जा रहा है. वहीं गर्मी के सितम से परेशान लोगों के घावों पर विद्युत विभाग भी नमक छिड़कने का काम कर रहा है, जिसके चलते स्थानीय लोग राज्य विद्युत विभाग को कोसते हुए नजर आ रहे है. दरअसल, राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के साथ ही लोग बेहतर बिजली आपूर्ति की आस लगाए बैठे थे, लेकिन दौसा जिले में इन दिनों बिजली दिन और रात सिर्फ आंख मिचौली का खेल खेल रही है.
वहीं, दौसा और गंगापुर जिले की सीमा पर स्थित मेहंदीपुर बालाजी धाम की बात करें तो यहां बिजली के आने और जाने का कोई समय निश्चित नहीं है, लेकिन जब विद्युत अधिकारियों से क्षेत्र की विद्युत समस्या पर बात की गई तो उनका एक रटा-रटाया जवाब मिलता है- 'आगे से ही लोड शेडिंग की वजह से विद्युत सप्लाई बंद है.' ऐसे में आए दिन लोड शेडिंग के नाम पर विभाग द्वारा बिजली उपभोक्ताओं को परेशान करने का काम किया जा रहा है.
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वहीं इस मामले में टोडाभीम डिस्कॉम के सहायक अभियंता मुकेश मीना ने बताया कि लोड शेडिंग के कारण विद्युत कटौती होती है, लेकिन कस्बे में अगर कहीं वोल्टेज के कम ज्यादा होने की समस्या है तो उसे दिखवाया जायेगा. साथ ही सिकराय डिस्कॉम के सहायक अभियंता कमलेश शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में विद्युत चोरी और लोड ज्यादा होने के कारण वोल्टेज की समस्या आती है. इसके लिए प्लान तैयार किया जाएगा.
वोल्टेज कम ज्यादा होने से खराब हो रहे उपकरण : बता दें कि दौसा और गंगापुर जिले की सीमा पर बसे आस्थाधाम मेहंदीपुर बालाजी में दौसा और गंगापुर दोनों जिलों से विद्युत आपूर्ति की जाती है, लेकिन दो जिलों से विद्युत आपूर्ति होने के बाद भी आस्था धाम की विद्युत व्यवस्था पर लगातार सवाल खड़े होते आए हैं. आस्थाधाम में करीब 1 हजार से अधिक विश्रामगृह, होटल और धर्मशालाएं है. वहीं मंगलवार, शनिवार और रविवार को आस्थाधाम में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में चहल-पहल रहती है, जिसके चलते आस्थाधाम में पिछले कई दिनों से स्थानीय लोगों को वोल्टेज कम ज्यादा होने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. वहीं रोजाना कई बार घंटों तक विद्युत कटौती का भी सामना करना पड़ता है. ऐसे में धर्मशालाओं और होटलों के उपकरण भी खराब हो रहे हैं. वहीं लाइट नहीं आने से दिन भर जनरेटर चलाकर लोगों को विद्युत आपूर्ति करनी पड़ रही है, जिससे विश्रामगृह और होटल संचालकों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि दौसा और गंगापुर जिले में विद्युत राजस्व की बात करें तो विद्युत विभाग को सबसे अधिक राजस्व की प्राप्ति आस्थाधाम मेहंदीपुर बालाजी से होती है.
चौपट विद्युत व्यवस्था से परेशान श्रद्धालु : वहीं आए दिन लाइट की आंख मिचौली के चलते आस्थाधाम में आने वाले श्रद्धालुओं को भी भीषण गर्मी का सामना करना पड़ता है, जिससे उन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ती है. वहीं लोगों का कहना है कि लगातार इस मामले की शिकायत स्थानीय बिजली विभाग के कर्मचारियों से की जाती रही है. लेकिन विद्युत आपूर्ति को लेकर कभी कोई ठोस प्रबंध नहीं किए गए है. जिसके चलते मेहंदीपुर बालाजी धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.