डीग: जिले में पुलिस ने साइबर ठगी के खिलाफ अपनी मुहिम को और मजबूत करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ऑपरेशन एंटीवायरस के तहत पुलिस ने सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों से सेक्सटॉर्शन और ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया. आरोपियों के पास से चोरी के मोबाइल फोन और फर्जी सिम कार्ड सहित कई ठगी से संबंधित अहम साक्ष्य भी बरामद हुए हैं.
डीग एसपी राजेश कुमार मीणा ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया पर महिलाओं के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों से दोस्ती करते थे. इसके बाद, वे सेक्सटॉर्शन (अश्लील वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए धमकी देकर पैसे मांगने) का तरीका अपनाते थे. आरोपियों द्वारा की जा रही ठगी में चोरी के मोबाइल, फर्जी सिम कार्ड और फर्जी बैंक खातों का उपयोग किया जाता था. आरोपियों ने वीडियो वायरल करने और पुलिस अधिकारी बनकर मुकदमों में फंसाने की धमकी देकर भोले-भाले लोगों से पैसे वसूलने की कोशिश की.
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गोपालगढ़ थाना पुलिस ने दो साइबर ठगों, हरवीर पुत्र दयाल (19) और जीतेंद्र पुत्र लक्ष्मण (21) को गिरफ्तार किया है, जो सोशल मीडिया पर महिलाओं के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाकर ठगी करते थे. हरवीर ने अवनी पात्रा नाम से फर्जी फेसबुक और व्हाट्सएप प्रोफाइल बनाई, जिसके जरिए उसने महिलाओं से दोस्ती कर अश्लील बातें की और उनके वीडियो रिकॉर्ड कर ठगी की. उसके पास से एक मोबाइल फोन जब्त किया गया, जिसमें ठगी से संबंधित चैट और फर्जी जीमेल व व्हाट्सएप प्रोफाइल मिले. वहीं, जीतेंद्र ने संध्या शर्मा नाम से सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाई और ठगी के लिए महिलाओं से बातचीत कर उनकी वीडियो रिकॉर्ड किए. उसकी गैलरी में भी कई अश्लील वीडियो पाई गई और उसके दो मोबाइल फोन से ठगी से जुड़े साक्ष्य मिले. दोनों आरोपियों के खिलाफ ठगी और साइबर अपराध के मामले दर्ज किए गए हैं.
साथियों के साथ मिलकर करते थे ठगी: आरोपियों ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि वे अन्य साथियों के साथ मिलकर यह साइबर ठगी करते थे. रमन पुत्र पूरन जाटव निवासी चन्दूपुरा, थाना गोपालगढ़ चोरी के मोबाइल और फर्जी सिम कार्ड उपलब्ध कराता था. वहीं, शौकीन पुत्र येर मेव निवासी पथराली, थाना गोपालगढ़ पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को धमकी देने का काम करता था.
एसपी की अपील: एसपी मीणा ने आमजन से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी अजनबी से संपर्क करने में सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की साइबर ठगी या संदिग्ध गतिविधि के बारे में तुरंत पुलिस को सूचित करें. पुलिस इस तरह की ठगी के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रही है.