बीकानेर: जिले में एक आईपीएस अधिकारी की पोस्टिंग, किसानों के मुद्दे और खेजड़ी के वृक्षों की कटाई समेत कई मुद्दों को लेकर 6 फरवरी से विधानसभा के आगे धरने पर बैठने की घोषणा कर चुके पूर्व मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता देवी सिंह भाटी ने एक बार की अपनी घोषणा को स्थगित कर दिया है. दरअसल बुधवार को जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ मुलाकात के बाद भाटी ने इस बारे में निर्णय किया. इस दौरान भाटी के पौत्र और कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी, पूर्व सरपंच रामकिशन आचार्य जयवीर सिंह भाटी भी साथ रहे.
धरने का किया था आह्वान: दरअसल, सोमवार को बीकानेर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी ने जयपुर में विधानसभा के सामने 6 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरने का आह्वान किया था. इस दौरान भाटी ने इस बात को लेकर असंतोष जताया था कि भाजपा सरकार में चुने हुए जनप्रतिनिधियों की नहीं सुनी जा रही है. भाटी ने बीकानेर में लंबे समय तक पद स्थापित रहे आरपीएस अधिकारी की पदोन्नति के बाद आईपीएस के रूप में बीकानेर में ही पोस्टिंग को लेकर भी विरोध जताया था. इसके अलावा किसानों को बारदाना यूरिया की कमी से जूझने की बात भी उठाई.
बन गई सहमति: कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी ने कहा कि मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद कई बातों पर सहमति बनी है और इसी के चलते पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी अब विधानसभा के आगे धरना नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सारी बातों को गंभीरता से सुना है और अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं. उठाए गए मुद्दों पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया है. मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद पूर्व मंत्री देव सिंह भाटी ने 6 फरवरी से दिए जाने वाले धरने की घोषणा को वापस ले लिया है.