पिथौरागढ: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में आम इंसानों की मुश्किलें भी पहाड़ जैसी ही हैं. यूपी के अलग हुए उत्तराखंड को 24 साल हो चुके हैं, लेकिन अभीतक भी राज्य में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. ऐसी ही एक तस्वीर पिथौरागढ़ जिले के धारचूला क्षेत्र से सामने आई है. यहां बीमार बुजुर्ग महिला को हॉस्पिटल तक पहुंचाने के लिए ग्रामीण चार किलोमीटर पीठ पर लादकर गए. तब जाकर महिला को वाहन मिला और उसे हॉस्पिटल पहुंचाया गया.
सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष पवन सिंह धामी ने बताया कि मामला धारचूला के ग्राम सभा जुम्मा के पनियार गांव का है. एलागाड़-जुम्मा सड़क पिछले दो माह बंद पड़ी है. जिसके चलते ग्रामीणों को भारी परेशानी हो रही है. गुरुवार को गांव की बुजुर्ग महिला ज्युता देवी पत्नी सुंदर सिंह बीमार हो गई थी, जिस कारण वो चलने में असमर्थ थीं. इसके बाद ग्रामीणों की मदद से महिला को पीठ पर लादकर धारचूला अस्पताल पहुंचाया गया.
पवन सिंह धामी ने बताया कि करीब दो महीने पहले एलागाड़-जुम्मा सड़क पर मलबा आ गया था, तब से सड़क पूरी तरह से बंद है. गांव का मुख्य मार्ग बंद होने से ग्रामीणों को काफी दिक्कतें होती हैं. रोड बंद होने के कारण ग्रामीणों को गैस सिलेंडर भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. ऐसे में ग्रामीण खुद की गैस सिलेंडर को कंधे पर लेकर कई किलोमीटर तक पैदल चल रहे हैं.