शिमला: केंद्रीय वित्त मंत्री ने शनिवार को बजट पेश किया, जिसमें कई बड़ी योजनाओं का ऐलान किया गया. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने आर्थिक मामलों के जानकार राजीव सूद से बातचीत की.
राजीव सूद ने कहा, "बजट में हिमाचल प्रदेश की बात करें तो प्रदेश के लिए तो यह केंद्रीय बजट निराशाजनक है, क्योंकि पिछले 10-15 सालों से ये सुन रहे हैं कि यहां विशेष पैकेज दिया जाएगा. फिर चाहे आपदा के लिए पैकेज हो या फिर अन्य. इतना पैसा नहीं मिल पाया कि राजधानी सहित प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार कर सके या फिर अपनी कोई स्कीम शुरू कर सके. सेंटर की जो स्कीम आ रही है, एक तरह से उन्हीं को प्रमोट कर रहे हैं, लेकिन उसमें भी कहीं न कहीं कदम पीछे खींचना पड़ता है."
ग्लोबल प्रॉस्पेक्ट से चुनौतियां
आर्थिक मामलों के जानकार राजीव सूद ने कहा कि जहां तक देश की बात करें तो इस समय ग्लोबल प्रॉस्पेक्ट से बड़ी चुनौतियां हैं. अमेरिका में देखेंगे तो वहां पर ट्रंप सरकार आई है, जिसने टैरिफ के बारे में बहुत कुछ बोला है. ट्रंप सरकार ने बोला कि इंडिया से इंपोर्ट होने वाले समान पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे, जो एक बहुत बड़ी चिंता का विषय है. इस फैसले से हमारा ट्रेड डेफोसेस कम हो सकता है. यदि हमारा एक्सपोर्ट यूएसए को महंगा हो जाएगा तो फॉरेन एक्सचेंज में जो गैप है, वह बढ़ता ही जाएगा. वहां रशिया और यूक्रेन का युद्ध है. लिहाजा ग्लोबल ग्लोबल प्रॉस्पेक्टस की बड़ी चुनौती है, जिससे आज से हम आज जूझ रहे हैं और कौन से प्रश्न आज आउट ऑफ सिलेबस आ जाए, ये पता नहीं है.
'आंकी गई ग्रोथ से रही 2 प्रतिशत कम'