लखनऊ: यूपी में आरटीओ दफ्तर में डीएल के लिए अप्लाई करने वालों के लिए एक समस्या मुसीबत बन गई है. इसकी वजह से उन्हें डीएल मिलने में महीनों लग रहे हैं. हालात ये है कि अभी भी करीब 1 लाख डीएल अटक गए हैं. आखिर इसके पीछे की वजह क्या है चलिए आगे जानते हैं.
दरअसल, ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में रोजाना ही सर्वर ठप रहने या स्लो चलने से लोगों को काफी दिक्कत हो रही है. दूर-दराज से आने वाले डीएल आवेदकों को बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है. सर्वर का सिरदर्द खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. भले ही जून माह में एनआईसी ने मेंटेनेंस के बाद सर्वर को दुरुस्त करने का दम भरा, लेकिन हकीकत यही है कि हालात पहले की ही तरह हैं. सर्वर की समस्या से लगातार ड्राइविंग लाइसेंस की पेंडेंसी बढ़ रही है. आलम यह है कि दो-दो माह से आवेदकों के लाइसेंस उनके घर पहुंच ही नहीं रहे हैं. अभी भी पेंडेंसी लाखों में है.
परिवहन विभाग के सारथी पोर्टल को जून माह में अपडेट किया गया था. अपडेट के बाद पुरानी पेंडेंसी बढ़ गई थी. इसे अभी तक दूर नहीं किया जा सका है. इस बीच एक बार फिर से एनआईसी का सर्वर आए दिन सुस्त चल रहा है या ठप हो जा रहा है. इस वजह से काम में लगातार दिक्कतें हो रहीं हैं. एनआईसी के सर्वर ने अप्रैल और मई में परिवहन विभाग के कई कामों में खूब अड़ंगा डाला. सर्वर के काम नहीं करने के कारण फोटो अपलोडिंग, वेरिफिकेशन और ओटीपी काम नहीं हो पा रहे हैं. बढ़ती पेंडेंसी और प्रभावित काम को देखते हुए जून में सर्वर को अपग्रेड किया गया. इसके बाद इसकी स्थिति में सुधार तो हुआ, लेकिन अब फिर से दिक्कत बढ़ गई है. अधिकारियों के सामने चुनौती है कि नये आवेदनों के साथ ही पुराने आवेदनों को कैसे खत्म किया जाए. मुख्यालय स्तर पर अटके डीएल की पेंडेंसी को भी खत्म करना है.