कोटा: देशभर से मेडिकल और इंजीनियरिंग एंट्रेंस की कोचिंग करने आने वाले बच्चों को दीपावली पर ही एक लंबा वेकेशन मिलता है और वह अपने घर भी जा पाते हैं, लेकिन दिवाली और छठ पूजा के त्योहार के चलते ट्रेनों में 'नो रूम' और 'रिग्रेट' जैसे हालात हो गए हैं. कोचिंग स्टूडेंट की 27 अक्टूबर से दिवाली अवकाश हैं, लेकिन 24 से 31 अक्टूबर दिवाली तक ट्रेनों में नो रूम जैसे हालात बने हुए हैं. ज्यादातर स्टूडेंट उत्तर प्रदेश और बिहार से कोटा में कोचिंग करने के लिए आते हैं. ये अधिकांश स्टूडेंट पहले दिल्ली जाते हैं, फिर अपने गंतव्य के लिए ट्रेन पकड़ते हैं.
ऐसे में उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली की तरफ जाने वाली ट्रेनों में हालत ज्यादा खराब है. यहां ट्रेनों में 200 तक वेटिंग पहुंच गई है, फिर शेष ट्रेनों में नो रूम या रिग्रेट की स्थिति बनी हुई है. छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और झारखंड जाने वाली ट्रेनों की भी यहीं स्थिति है. मुंबई और जयपुर जाने वाली ट्रेनों में टिकट रूटीन की ट्रेनों में नहीं मिल रहा है, लेकिन स्पेशल ट्रेनों में अवेलेबल है.
ट्रेनों में वेटिंग को देखते हुए रेल प्रबंधन स्पेशल और फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन चला रहा है. जिन रूटों पर ज्यादा वेटिंग है, वहां भी यात्रियों को राहत देने का प्रयास कर रहे हैं.-रोहित मालवीय, वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक, कोटा रेल मंडल.
तत्काल या प्रीमियम तत्काल ही सहारा:कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल का कहना था कि छुट्टियां 26 अक्टूबर से लग रही हैं. स्टूडेंट्स को साल में एक बार ही छुट्टी मिलती है, लेकिन अभी से स्टूडेंट परेशान हैं. ट्रेनों में फिलहाल रूम जैसे हालात बने हुए हैं. जिन छात्र-छात्राओं ने अभी तक कंफर्म टिकट नहीं लिया है, वे सब तत्काल और प्रीमियम तत्काल टिकट के ही भरोसे हैं. हालांकि, इससे भी छात्रों को मदद नहीं मिलती और अंत में उन्हें स्लीपर कोच बसों के जरिए ही यात्रा करनी पड़ती है.
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एक-दो दिन की पढ़ाई भी हो सकती है खराब:कोटा से आईआईटी एंट्रेस की तैयारी कर रहे समस्तीपुर बिहार निवासी अर्नव का कहना था कि छुट्टियां 27 से लगेगी. उनके पास कंफर्म टिकट नहीं है, 26 के पहले या बाद में भी उन्हें कंफर्म टिकट मिलेगा तो वे रवाना हो जाएंगे. उन्होंने टिकट बुकिंग वाले को 24 अक्टूबर के तत्काल टिकट बुक करने के लिए कह दिया है. इससे एक-दो दिन की पढ़ाई जरूर छूटेगी, लेकिन ट्रेन के 24 घंटे के सफर में उन्हें राहत रहेगी. उधर से आते समय भी इस तरह से ही परेशानी होगी.
रेलवे के नए नियम से परेशानी होगी ज्यादा:गोरखपुर निवासी छात्र यशराज चंद्र का कहना है कि रेलवे ने वेटिंग टिकट पर आरक्षित कोच में प्रवेश की सुविधा भी रद्द कर दी है. ऐसे में पहले जहां पर दोस्त का टिकट कंफर्म होने पर वेटिंग टिकट में भी उसके साथ यात्रा कर लिया करते थे, वहीं अब वेटिंग टिकट में भी कोच में प्रवेश नहीं दिया जाता है. ऐसे में बार परेशानी ज्यादा हो रही हैं. उनका कहना था कि कोटा से बड़ी संख्या में स्टूडेंट यूपी बिहार जाते हैं, इसलिए रेलवे को अतिरिक्त ट्रेनें भी इन रूटों पर चलानी चाहिए.
किस रूट पर कितनी वेटिंग: ट्रेन नंबर 13238 कोटा पटना एक्सप्रेस में स्लीपर में जहां पर 191 तो थर्ड एसी में 241 वेटिंग हो गई है. इसके अलावा स्पेशल ट्रेन भी फुल हो गई हैं. ट्रेन नंबर 09569 राजकोट बरौनी स्पेशल ट्रेन के स्लीपर में वेटिंग 210 और थर्ड एसी में 95 हो गई है. कोटा दानापुर स्पेशल में वेटिंग लिस्ट स्लीपर में 100 और थर्ड एसी में 121 हो गई है, जबकि गुवाहाटी एक्सप्रेस में तो रिग्रेट हो गया है. कोटा से उत्तरप्रदेश जाने वाली अवध एक्सप्रेस में टिकट नहीं मिल रहा है. इसमें 26 अक्टूबर को रिग्रेट हो गया है, जबकि ट्रेन नंबर 09451 गांधीधाम भागलपुर स्पेशल में वेटिंग लिस्ट स्लीपर में 146 और थर्ड एसी में 179 हो गई है.
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जनशताब्दी में भी वेटिंग:कोटा से दिल्ली जाने वाली जनशताब्दी ट्रेन में भी काफी वेटिंग हो गई है. इसके अलावा गोल्डन टेंपल, सर्वोदय एक्सप्रेस, पश्चिम एक्सप्रेस, बांद्रा हरिद्वार एक्सप्रेस में भी वेटिंग काफी ज्यादा हो गई है. इसके चलते इन ट्रेनों में रिग्रेट की स्थिति बन गई है. कोटा से छत्तीसगढ़ के रायपुर जाने के लिए ट्रेन नंबर 20814 जोधपुर पुरी ट्रेन 26 अक्टूबर को है, लेकिन उसमें रिग्रेट पोजीशन आ गई है.
यहां आसानी से टिकट:जयपुर और मुंबई के लिए आसानी से टिकट मिल रहा है. ट्रेनों में रिजर्वेशन की स्थिति देखी जाए तो जयपुर और मुंबई जाने वाली ट्रेनों में आसानी से टिकट दिवाली के आसपास मिल रहा है. इन कई फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन में तो अभी भी सीट खाली ही है. इसी के साथ इंदौर और अहमदाबाद की तरफ जाने वाली ट्रेनों में भी आसानी से टिकट मिल रहा है.