औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबाद जिले के गोह प्रखण्ड में देवकुंड में 'देवकुंड महोत्सव' का आयोजन किया गया. महाशिवरात्रि के अवसर पर यह आयोजन सरकार द्वारा 1 दिवसीय महोत्सव घोषित करने के बाद मनाया गया है. बताया जाता है कि यहां पर एक प्राचीन शिव मंदिर है जो कि सातवीं से तेरहवीं शताब्दी के बीच का है. इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग नीलम पत्थर का बना है.
देवकुंड महोत्सव का आयोजन : पौराणिक मान्यता है कि औरंगाबाद जिले के देव, देवकुंड और उमगा मंदिर को एक ही रात में निर्माण किया गया था. तीनों मंदिरों की महत्ता भी एक जैसी ही है. महाशिवरात्रि के अवसर पर इस मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होते आए हैं. महाशिवरात्रि के अवसर पर रात्रि में भगवान शिव की बारात को देखने के लिए इलाके के दूर दराज से श्रद्धालु भक्त देवकुंड पहुंचते हैं.
पर्यटन स्थल में बदलने का वादा : शुक्रवार को हुए एक दिवसीय देवकुंड महोत्सव का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में काराकाट सांसद महाबली सिंह, स्थानीय विधायक भीम कुमार सिंह आदि ने किया. इस अवसर पर काराकाट सांसद महाबली सिंह ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ''जो राष्ट्र विकसित है वहां पर्यटकों का बोल बाला होता है. जैसे कैमूर में मां मुंडेश्वरी धाम, देव में सूर्य मंदिर, नवादा और गया जैसे तीर्थस्थल जैसा देवकुंड भी एक पवित्र स्थल है. यदि आगे उन्हें समय मिला तो च्यवन ऋषि धाम देवकुंड को पर्यटक क्षेत्र घोषित कराने का भरपूर प्रयास करेंगे.''