देवकीनंदन ठाकुर की कथा को दिल्ली पुलिस ने कराया बंद नई दिल्ली:पूर्वी दिल्ली के आईपी एक्सटेंशन के उत्सव ग्राउंड में आयोजित होने वाली देवकी नंदन ठाकुर की कथा को दिल्ली पुलिस ने इजाजत नहीं दी. कथा शुरू होने से पहले भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान मौके पर पहुंचे और कथा स्थल के गेट को बंद कर श्रद्धालुओं को कथा स्थल पर जाने से रोक दिया. इस दौरान श्रद्धालुओं ने इसका विरोध किया.
मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं का कहना है कि वह लोग दूर-दूर से कथा सुनने के लिए पहुंचे थे. लेकिन यहां आकर पता चला कि पुलिस प्रसाशन ने कथा की परमिशन नहीं दी है. जो बिलकुल गलत है, कथा की सारी तैयारियां पूरी हो गई थी. सैकड़ों की संख्या में भक्त मौके पर पहुंचे थे. ऐसे में प्रशासन को आस्था का ध्यान रखते हुए कथा की इजाज़त देनी चाहिए.
लोगों का कहना है कि जब तैयारियां चल रही थी उस वक़्त पुलिस प्रसाशन ने क्यों नहीं रोका. वहीं, इस दौरान मौक़े पर मौजूद पुलिस की टीम लाउडस्पीकर से भक्तों को घर जाने का आग्रह किया. पुलिस लोगों को समझाने में जुटी है.
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने यह फैसला किसानों के दिल्ली मार्च के आह्वान के मद्देनज़र लिया है. किसान मार्च को लेकर राजधानी में धारा 144 लागू है. पुलिस की तैनाती दिल्ली के बॉर्डरों पर लगी है. जिसकी वजह से देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज की कथा को इजाज़त नहीं दी. रविवार 18 फरवरी से शुरू होने वाली कथा, 24 फरवरी तक चलने वाली थी. जबकि 25 फरवरी को धर्म संसद का आयोजन होना था. जिसमें देश भर से साधु संत को शामिल होने था. इस धर्म सांसद में श्री कृष्णा जन्म भूमि मुक्ति को लेकर चर्चा होनी थी. बहरहाल, इस पुरे मामले में आयोजन समिति चुप्पी साधे हुए है.