इंदौर: देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) में 1 मार्च से ग्रेजुएशन फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षाएं शुरू होने वाली है. डीएवीवी ने पेपर लीक और अन्य घटनाओं के बाद इस सत्र से ऑनलाइन मोड में परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र भेजने की कोशिश की थी. हालांकि, कॉलेजों में पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं होने के चलते ऑनलाइन पेपर भेजने का प्रोजेक्ट अधर में नजर आ रहा है.
परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न ऑनलाइन भेजने की कोशिश
डीएवीवी ने पिछले साल स्नातक सेकंड और थर्ड ईयर के छात्रों की पूरक परीक्षा में 9 परीक्षा केंद्रों पर ऑनलाइन प्रश्न पत्र भेजे थे. इसके बाद फीडबैक में मिले सुझाव और समस्या सहित तमाम पहलुओं पर काम किया. ताकि इस व्यवस्था को मार्च से अप्रैल में शुरू होने वाली परीक्षा में लागू किया जा सके. डीएवीवी ने इसके लिए टीसीएस की मदद से एक सॉफ्टवेयर भी अपडेट करवाया है. लेकिन कॉलेज और परीक्षा केंद्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी से मामला अटकता हुआ नजर आ रहा है.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर (ETV Bharat) महाविद्यालयों में जरूरी संसाधनों की कमी
डीएवीवी ने ऑनलाइन पेपर भेजने की व्यवस्था को पिछले सत्र में प्रायोगिक तौर पर लागू किया था. इसमें मिली सफलता के बाद इस सत्र से प्रोफेशनल कोर्सेस की परीक्षाओं में ऑनलाइन पेपर परीक्षा केंद्रों पर भेजने की व्यवस्था लागू होने वाली थी. लेकिन, इसके लिए जरूरी संसाधन और इंफ्रास्ट्रक्चर सभी परीक्षा केंद्रों पर उपलब्ध नहीं हैं. डीएवीवी ने सभी कॉलेजों को इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने को कहा है, लेकिन कुछ परीक्षा केंद्रों को छोड़कर अधिकांश ने इसके लिए और समय की मांग की है. ऐसे में ऑनलाइन पेपर परीक्षा केंद्रों पर भेजने की यह व्यवस्था फिलहाल अधर में है.
ऑटोमेशन के लिए नहीं है जरूरी इंटरनेट कनेक्शन
कुलगुरु डीएवीवी के प्रो राकेश सिंघई ने कहा, एमबीए पेपर लीक मामले के बाद डीएवीवी परीक्षा की गोपनीयता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए ऑटोमेशन प्रोजेक्ट लागू करने पर गंभीरता से प्रयास कर रही है. इसको लेकर डीएवीवी प्रशासन की भोपाल स्तर पर भी चर्चा हुई है. लेकिन डीएवीवी से संबद्धता प्राप्त कॉलेज और परीक्षा केंद्रों में पर्याप्त संसाधन मौजूद नहीं है. खास तौर से ऑटोमेशन के लिए जरूरी इंटरनेट कनेक्शन, कंप्यूटर प्रिंटर और कंट्रोल रूम की समस्याएं हैं. इन सारी सुविधाएं पूरी हो जाने के बाद विश्वविद्यालयों के द्वारा प्रश्न पत्र ऑनलाइन भेजने की कोशिश की जाएगी."