नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में दो दिन में हुई कुछ घंटे की बारिश के कारण हुए जल भराव से डेंगू का खतरा बढ़ गया है. कई इलाकों में अभी भी बारिश का पानी जमा है, जिसमें मच्छर पनपने की पूरी संभावना है. इसके चलते अब लोगों को डेंगू से बचाव के प्रति सचेत होने की जरूरत है.
साथ ही, अपने घरों के गमलों, कूलर, छत और बालकनी में रखे सामान में भरे हुए पानी को बदलते रहने की जरूरत है, जिससे उसमें मच्छर न पनपें. जिस जगह से पानी न निकल सके उस पानी में पेट्रोल या मिट्टी का तेल डालकर मच्छरों को पनपने से रोका जा सकता है.
235 मामलों की हो चुकी है पुष्टि
अगर दिल्ली में इस साल अभी तक आए डेंगू के मामलों की बात करें तो 235 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. अभी अस्पतालों में महीने में डेंगू के एक या दो मरीज ही पहुंचते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि अभी की बारिश से डेंगू के मामलों में जुलाई के अंत तक डेंगू के मामलों में बढ़ोत्तरी होने की आशंका है. जुलाई के अंत में या अगस्त के शुरू में डेंगू का सीजन शुरू माना जाता है. इसलिए अभी अस्पतालों में डेंगू के मरीज न के बराबर ही आ रहे हैं. उल्लेखनीय है कि देश और दिल्ली में हर साल डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले बारिश के दिनों में ही तेजी से बढ़ते हैं.
अस्पतालों में मरीजों को भर्ती होने की भी स्थिति आ जाती है और डेंगू से हर साल दिल्ली में कई मरीजों की मौतें भी होती हैं. लेकिन, पिछले एक साल से दिल्ली नगर निगम ने डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों के आंकड़े जारी करने बंद कर दिए हैं. साल 2015 में दिल्ली में डेंगू के 15,867 मामले आए थे और 60 मरीजों की जान चली गई थी. इसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने डेंगू के खिलाफ जागरूकता अभियान शुरू किया था, जिसके बाद दिल्ली में डेंगू के मामलों में बड़ी कमी आई थी. पिछले साल दिल्ली में डेंगू के 7493 मामले आए थे जबकि 7 मरीजों की मौत हुई थी.