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एक से अधिक कंपनी की बसें चला रहे चालकों पर कसेगा शिकंजा, शुरू हो रही नई व्यवस्था - Delhi Transport On Driver - DELHI TRANSPORT ON DRIVER

राजधानी दिल्ली में बस हादसों को रोकने के लिए नई व्यवस्था शुरू की जाएगी. साथ ही एक से अधिक कंपनी के बस चालकों पर शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है.

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बस चालकों के लिए नई व्यवस्था (ETV Bharat)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Aug 4, 2024, 4:09 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली की सड़कों पर 7600 से अधिक बसें चल रही हैं. इन बसों को दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (डीटीसी), दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम (डिम्ट्स), टाटा और जेवीएम कंपनी की ओर से चालकों से चलवाया जा रहा है. दिल्ली में 16 हजार से अधिक चालक इन बसों को चलाते हैं. आए दिन सड़क हादसे हो रहे है, जिसमें यात्रियों की मौत तक हो जा रही है. एक चालक एक से अधिक कंपनी में बसें चला रहे हैं. ऐसी शिकायत डीटीसी को मिली है, जिससे चालकों को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता है. परिवहन विभाग के पास अभी यह पता लगाने का कोई सिस्टम नहीं है कि कितने चालक एक से अधिक कंपनी के साथ जुड़कर बसें चला रहे हैं. ऐसे चालकों पर शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही हैं.

बस चालकों पर शिकंजा (ETV Bharat)

बायोमैट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था: डीटीसी के ऑपरेशन मैनेजर एके राव ने बताया कि अभी चालकों की मैनुअल अटेंडेंस लगती है. डीडीए के पास सरकारी चालक हैं, डिम्ट्स की सीएनजी बसें सविंदा चालक चलाते हैं. इलेक्ट्रिक बसें टाटा और जेबीएम कंपनी बना रही हैं. इन बसों का संचालन बनाने वाली कंपनी की तरफ से कराया जा रहा है. अभी ऐसी व्यवस्था नहीं है, जिससे पता लगाया जा सके के एक चालक एक से अधिक जगह पर बस तो नहीं चला रहा है. अब डीटीसी की ओर से बायोमैट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था शुरू करने की तैयारी की जा रही है जिससे कि ऐसे चालकों का पता लगाया जा सके जो एक से अधिक जगह पर बस चल रहे हैं. यह व्यवस्था डीटीसी, डिम्ट्स, टाटा और जेबीएम में होगी. सभी का डेटा मैच होगा. बस हादसों को रोकने के लिए यह कवायद शुरू करने की तैयारी की गई है.

ब्रीद एनालाइजर से जांचें जाएंगे चालक: दिल्ली में कोई भी चालक शराब पीकर बस न चलाए. इसके लिए ब्रीद एनालाइजर से चालकों के सांसों की जांच की जाएगी. ड्यूटी शुरू होने से पहले जांच होगी. यह व्यवस्था पहले से होनी चाहिए. चालकों की जांच करने के बाद ही उन्हें रूट पर बस लेकर उतारना चाहिए. इसके साथ ही रूट पर भी औचक जांच की जानी चाहिए.

बस चालकों पर शिकंजा (ETV Bharat)

चालकों के लिए ट्रेनिंग का प्रावधान:परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक यदि किसी बस चालक से कोई हादसा होता है तो उसे दो दिन के लिए ट्रेनिंग सेंटर भेजकर ट्रेनिंग दिलाई जाती है. सेंटर पर उनकी काउंसलिंग भी की जाती है. सभी चालकों की तीन से छह माह में काउंसलिंग की जाती है.

दिल्ली में बस हादसा:

  1. 03 अगस्त 2024 - रोहिणी में दो इलेक्ट्रिक बसें आपस मे टकरा गईं. इससे कुछ यात्रियों को मामूली चोटें आ गईं.
  2. 22 जुलाई 2024 - पंजाबी बाग मेट्रो स्टेशन के पास इलेक्ट्रिक बस मेट्रो पिलर से टकरा गई, जिसमें महिला यात्री की मौत हो गई थी और कई अन्य यात्री घायल हो गए थे.
  3. 02 जुलाई 2024 - कीर्ती नगर इलाके में डीटीसी की बस पलट गई, बस में 15 यात्री सवार थे इनमें कुछ यात्रियों को गंभीर चोटें आईं.

04 नवंबर 2023 – रोहिणी इलाके में बेकाबू हुई इलेक्ट्रिक बस ने कई वाहनों को टक्कर मार दी थी. हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.

किसके पास कितनी बसें :

संस्था सीएनजी बसें इलेक्ट्रिक बसें
डीटीसी बसे 2996 1570
डिम्ट्स बसें 2747 400

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