नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सचिव की ओर से जारी आदेशों के बाद, अब दिल्ली पुलिस ने अस्पताल प्रशासन के साथ मिलकर सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को और दुरुस्त करने की दिशा में बड़े कदम उठाए हैं. दरअसल दिल्ली पुलिस के शाहदरा जिला अंतर्गत दो बड़े सरकारी अस्पताल गुरु तेग बहादुर और इहबास अस्पताल के सुरक्षा गार्ड्स को खास ट्रेनिंग दी जा रही है. शाहदरा जिला पुलिस ने 'प्रहरी योजना' के अंतर्गत शनिवार को 90 सिक्योरिटी पर्सनल को सामुदायिक सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग तरह का प्रशिक्षण दिया.
पहल का उद्देश्य:शाहदरा जिले के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी के मुताबिक, जीटीबी एन्क्लेव थाने की पुलिस की ओर से 'प्रहरी योजना' के अंतर्गत 90 सुरक्षा गार्ड्स के लिए ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया था. इस पहल का उद्देश्य सामुदायिक पुलिसिंग को मजबूत करना और सुरक्षाकर्मियों को आपात स्थिति में किस तरह से निपटा जाए, इसको लेकर स्किल ट्रेनिंग दी गई. इस तरह का प्रशिक्षण उनको आपात स्थिति में प्रभावी ढंग से हालात को संभालने में सक्षम बनाएगा. इस दौरान पुलिस ने 'आंख और कान' योजना के तहत जांच और तलाशी, निगरानी और संदिग्ध तत्वों का पता लगाने पर केंद्रित प्रशिक्षण दिया.
दिए गए कई प्रशिक्षण:काम में व्यवसायिकता जीटीबी अस्पताल (गुरु तेग बहादुर अस्पताल) और इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन बिहेवियर एंड एप्लाइड साइंसेज (IHBAS) के सुरक्षा कर्मियों को भी हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर (HHMD) और डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (DFMD) के उचित उपयोग के संबंध में प्रशिक्षित किया गया. प्रशिक्षण में ड्यूटी आवर्स के दौरान उच्च स्तर की सतर्कता और सजगता बनाए रखने के महत्व पर भी बल दिया गया. इस कार्यक्रम के जरिये सुरक्षा गार्डों को उचित प्रशिक्षण देकर और लगातार पुलिस-प्रहरी संवाद को सक्षम करके उनके काम में व्यवसायिकता लाना मकसद है.