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दिल्ली के स्कूलों व कॉलेजों को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त

-दिल्ली एलजी ने दिए निर्देश, मुख्य सचिव से कहा सख्ती से कराएं पालन.

दिल्ली उपराज्यपाल वीके सक्सेना
दिल्ली उपराज्यपाल वीके सक्सेना (Etv Bharat)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : 5 hours ago

नई दिल्ली: उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली भर के स्कूलों और कॉलेजों में तंबाकू मुक्त दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है. बुधवार को एलजी कार्यालय से जारी एक प्रेस बयान के अनुसार, अनुपालन की निगरानी के लिए प्रत्येक शैक्षणिक संस्थान में नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे. हाल ही में आयोजित राज्य स्तरीय समिति नार्को समन्वय केंद्र (एनसीओआरडी) की 9वीं समीक्षा बैठक के बाद, एलजी ने शिक्षा निदेशालय और उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थानों के लिए दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया.

एलजी कार्यालय के अनुसार, मुख्य सचिव को इन दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक आदेश जारी करने और इसे सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक संस्थान में नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्देश दिया गया है. बयान में आगे कहा है कि इन नोडल अधिकारियों के नाम और संपर्क विवरण प्रत्येक संस्थान में प्रमुखता से प्रदर्शित किए जाएंगे.

एनसीओआरडी बैठक के दौरान, एलजी ने सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध और व्यापार और वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति और वितरण का विनियमन) अधिनियम, 2003 के अनुपालन की देखरेख और नशीली दवाओं के दुरुपयोग से संबंधित चिंताओं को दूर करने में इन नोडल अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया. एलजी सचिवालय से मुख्य सचिव को भेजे गए संचार में तंबाकू के उपयोग के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, तंबाकू बंद करने के कार्यक्रम आयोजित करने और छात्रों व कर्मचारियों को परामर्श और सहायता सेवाएं प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया गया है.

उपराज्यपाल ने स्कूलों और कॉलेजों में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के साथ-साथ छात्रों और अभिभावकों के लिए पर्याप्त परामर्श और मार्गदर्शन सुविधाओं की कमी के बारे में विशेष पुलिस आयुक्त (एएनटीएफ) द्वारा उठाई गई चिंताओं पर भी ध्यान दिया है. इन व्यापक उपायों को लागू करके, एलजी का लक्ष्य एक स्वस्थ और सुरक्षित शिक्षण वातावरण बनाना, छात्रों की भलाई को बढ़ावा देना और हानिकारक आदतों को हतोत्साहित करना है.

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