नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) ने अपने प्रमुख उम्मीदवारों का नामांकन दाखिल कर चुनावी अभियान को नई ऊर्जा दी. पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जंगपुरा, कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने ग्रेटर कैलाश और गोपाल राय ने बाबरपुर विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया. इन नेताओं ने इसे जनता की सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है.
नामांकन से पहले मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज ने कालकाजी मंदिर में दर्शन कर मां का आशीर्वाद लिया. सिसोदिया ने कहा कि मैंने पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ जनता की सेवा का प्रण लेते हुए जंगपुरा विधानसभा से नामांकन दाखिल किया है. यह अरविंद केजरीवाल की ईमानदारी की राजनीति की दिशा में बढ़ाया गया एक और कदम है. पिछले 10 साल से दिल्ली के लोगों ने हमें जो प्यार और सम्मान दिया है, मुझे विश्वास है कि वह इस बार भी बरकरार रहेगा.
मनीष सिसोदिया ने नामांकन के बाद समर्थकों का धन्यवाद किया और कहा कि जंगपुरा के लोगों के सुख-दुख में साथ देना और शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाना उनकी प्राथमिकता होगी. इस मौके पर समर्थकों ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया.
ग्रेटर कैलाश से सौरभ भारद्वाज ने पर्चा भरा:सौरभ भारद्वाज ने ग्रेटर कैलाश से नामांकन दाखिल करने से पहले अपने गांव के प्राचीन शिव मंदिर और कालकाजी मंदिर में दर्शन किए. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के पास नैरेटिव, नेता और नीयत है. भाजपा के पास कोई एजेंडा नहीं है. वह गाली-गलौज, डराने-धमकाने और चुनाव आयोग का सहारा लेकर चुनाव लड़ना चाहती है. लेकिन दिल्ली की जनता ने फिर विकास और ईमानदारी की राजनीति को चुनने का मन बना लिया है.
गोपाल राय ने बाबरपुर सेपर्चा भरा:गोपाल राय ने बाबरपुर से नामांकन दाखिल करते हुए कहा कि यह चुनाव सिर्फ एक राजनीतिक लड़ाई नहीं, बल्कि हर परिवार की बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और भविष्य के लिए संघर्ष है. बाबरपुर की जनता ने काम के आधार पर हमें दो बार चुना है और इस बार भी वे विकास की राजनीति को ही चुनेंगे. दिल्ली के लोगों ने अरविंद केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प ले लिया है.
बता दें, आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव को जनता की सेवा और ईमानदारी की राजनीति का प्रतीक बताया है. पार्टी नेताओं ने दावा किया कि दिल्ली के लोग काम करने वाली सरकार चाहते हैं और केजरीवाल के नेतृत्व में इसे संभव बनाएंगे. इन नामांकनों के साथ आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह चुनावी मैदान में आत्मविश्वास के साथ उतरी है. पार्टी का मानना है कि शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में किए गए कामों के आधार पर जनता एक बार फिर उन्हें सत्ता में लौटाएगी.