भिवानी: दिन-ब-दिन गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. चिलचिलाती धूप से तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. आलम ये है कि लू की चपेट में इंसानों के साथ-साथ अब पशु भी आने लगे हैं. लिहाजा ये गर्मी बेजुबानों पर भी आफत बनी हुई है. ऐसे में पशु बीमारियों का शिकार हो रहे हैं. गर्मी में पशुओं को बीमारियों से बचाने के लिए पशुपालन व डेरिंग विभाग ने पशुपालकों को सलाह दी है कि पशुओं को गर्मी से बचाने के लिए पशुपालक विशेष उपाय करें.
'गर्मी में पशुओं को नया तूड़ा न दें': हरियाणा के भिवानी में उपनिदेशक डॉ. रविंद्र सहरावत ने बताय कि आजकल नया तूड़ा आया है और गर्मी का समय है. ऐसे में पशुओं में बंधे की समस्या ज्यादा आ रही है. हर रोज अस्पतालों में इस तरह के केस बहुत आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि पुराना तूड़ा घर पर मिले तो पशुपालक अभी नया तूड़ा पशुओं को ना दे. कोशिश करें कि पशुपालक हरा चारा अच्छी मात्रा में पशुओं के तूड़े में मिलाएं.
'पशुओं को ज्यादा पानी पिलाएं': इसके अलावा, पशुओं को ठंडी जगह पर बांधे. अगर बाहर पेड़ के नीचे बांधा जाए तो उसके आसपास पानी का छिडक़ाव करें. घरों के अंदर बंधने वाले पशुओं के ऊपर पंखे व कूलर की व्यवस्था करें. जंगले आदि में बोरी बांधकर रखे और उन्हे समय-समय पर पानी से गीला करते रहे. पशु को दिन में तीन-चार बार पानी पिलाएं, क्योंकि लू की वजह से पशुओं में पानी की कमी हो जाती है. तथा डी-हाईड्रेशन की वजह से बुखार भी आ जाता है. जिससे पशु चरना भी छोड़ देता है. तथा कई पशुओं को इस अवस्था में दस्त भी लग जाते हैं. कमजोरी में पशु बैठ भी जाता है.