नई दिल्ली: जैसे-जैसे दिल्ली डिस्ट्रिक्ट एंड क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही हैं, तीनों पैनलों के उम्मीदवारों ने अपने चुनाव प्रचार को और तेज कर दिया है, डीडीसीए के वर्तमान अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली, जो दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं, अपनी जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. वे लगातार कार्यक्रमों के माध्यम से डीडीसीए के मतदान सदस्यों से संपर्क कर रहे हैं. रोहन जेटली को जीत दिलाने के लिए दिल्ली के भाजपा नेता भी सक्रियता से जुड़ रहे हैं और डीडीसीए चुनाव से संबंधित सभी कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं.
रोहन जेटली को पहली बार 2021 में तीन वर्षों के लिए डीडीसीए का अध्यक्ष चुना गया था. इससे पहले, उनके पिता अरुण जेटली ने लगातार 13 वर्षों तक इस पद को संभाला. रोहन जेटली से ईटीवी संवाददाता राहुल चौहान ने चुनाव प्रचार पर विशेष बातचीत की, जिसमें उन्होंने इस चुनाव के मुद्दों, अपने वादों और कार्यकाल के बारे में विस्तार से चर्चा की. साथ ही, उन्होंने अरुण जेटली स्टेडियम में वर्ल्ड कप मैचों के सफल आयोजन और अन्य नए कार्यों के बारे में भी बताया. बातचीत के प्रमुख अंश इस प्रकार हैं:
सवाल: डीडीसीए चुनाव की तारीखें करीब हैं, और आप दूसरी बार चुनाव मैदान में हैं. आपका मुख्य मुद्दा क्या है?
जवाब: हमारा मुख्य मुद्दा केवल क्रिकेट के विकास का है, जिसमें संबंधित इन्फ्रास्ट्रक्चर का उन्नयन और अन्य पहलुओं का समावेश है. पिछले तीन वर्षों में जो कार्य हुए हैं, उनके परिणाम दिख रहे हैं, और भारतीय राष्ट्रीय टीम में कई दिल्ली के खिलाड़ी शामिल हो रहे हैं, चाहे वो इंडिया मैन टीम हो, इंडिया ए टीम हो, अंडर-19 टीम हो या महिला टीम हो.
सवाल: इन्फ्रास्ट्रक्चर के स्तर पर क्या-क्या काम हुए हैं? वर्ल्ड कप के दौरान दिल्ली में कुछ मैचों का आयोजन कैसा रहा?
जवाब: दिल्ली में वर्ल्ड कप के पांच मैच आयोजित हुए. हमें किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिली. वर्ल्ड कप से पहले स्टेडियम में कई नई पिचों का निर्माण किया गया, स्टैंड्स का उन्नयन किया गया और अनेक कार्य किए गए. खिलाड़ियों के लिए पेंशन और कल्याण के कार्य भी हुए हैं.
सवाल: क्रिकेट के विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ते हुए, दिल्ली में क्रिकेट के विकास के लिए क्या बड़े कदम उठाए जाने चाहिए?
जवाब: भविष्य के दृष्टिकोण से सभी कार्य एक योजनाबद्ध तरीके से होने चाहिए. दिल्ली में क्रिकेट के विकास के लिए एक नया स्टेडियम बनाना आवश्यक है. यह एक महत्वपूर्ण कदम है, और इसके साथ नए इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण होना चाहिए, जिसका लाभ देशभर के क्रिकेट फैंस और विशेषकर दिल्ली के युवाओं को मिले.