अगरतला: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने त्रिपुरा में ड्रग कार्टेल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल एक अंतर-राज्यीय गिरोह का भंडाफोड किया है. ED के अधिकारियों ने बताया कि, शनिवार को छापेमारी में 66 किलो भांग, वित्तीय रिकॉर्ड, अवैध संपत्तियों के कागजात और कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं. यह तलाशी अभियान 10 जनवरी को शुरू किया गया था. फिलहाल इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
ईडी ने बताया कि यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत की गई थी. इस कार्रवाई में अगरतला में कई स्थानों पर तलाशी ली गई. ईडी के अनुसार, यह जांच त्रिपुरा पुलिस द्वारा दर्ज की गई कई एफआईआर के आधार पर शुरू की गई थी. ये एफआईआर 1985 के एनडीपीएस अधिनियम के तहत कामिनी देबबर्मा, बिशु त्रिपुरा, औप रंजन दास और अन्य के खिलाफ दर्ज की गई थीं.
पूरे भारत में फैला ड्रग्स नेटवर्क
ईडी ने कहा कि ड्रग तस्करों ने त्रिपुरा, असम, बिहार और अन्य राज्यों सहित पूरे भारत में ड्रग्स का नेटवर्क फैला रखा था. जांच में यह भी पता चला है कि ड्रग्स बेचकर कमाए गए पैसों को हवाला के माध्यम से और बेनामी खातों में जमा किया गया था, इस तरह से वे इन पैसे को अलग-अलग चल और अचल संपत्तियों में लगा रहे थे. ये संपत्तियां परिवार के सदस्यों और बेनामीदारों के नाम पर खरीदी गईं थीं.
छापेमारी के दौरान, ईडी के अधिकारियों ने लगभग 66 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाली भांग (मारिजुआना) जब्त की. इसके साथ ही, उन्होंने कई वित्तीय रिकॉर्ड, बेनामी संपत्तियों के कागजात और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी जब्त किया.
यह भी पढ़ें- इमरान खान ने दूसरी पत्नी की हत्या की, शव के टुकड़े कर जलाया, तीन महीने बाद ऐसे हुआ खुलासा