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नहीं थम रहा उल्टी-दस्त का प्रकोप, दमोह के हरदुआ जामशा में डायरिया से 300 से ज्यादा पीड़ित अस्पताल में भर्ती - Damoh Diarrhea outbreak

दमोह जिले के हरदुआ जामशा गांव में डायरिया फैलने से 300 से अधिक लोग बीमार हो गए. सभी को जिले के हटा, बटियागढ़ एवं दमोह जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों ने गांव का दौरा किया.

Damoh Diarrhea outbreak
दमोह के हरदुआ जामशा में डायरिया से 300 से ज्यादा पीड़ित (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 14, 2024, 10:55 AM IST

दमोह।बारिश का मौसम आते ही बीमारियां फैलने का खतरा अधिक बढ़ जाता है. जरा सा खानपान बिगड़ा नहीं कि लोग रोगों की गिरफ्त में आ जाते हैं. ताजा मामला जिले के बटियागढ़ ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली ग्राम हरदुआ जामशा का है. मंगलवार दोपहर अचानक लोगों को उल्टी-दस्त होने लगे. पहले एक परिवार फिर पड़ोस के लोग और फिर पूरे गांव में लोग एक के बाद एक बीमार होते गए. हालात इतने बिगड़ गए कि 300 से अधिक लोग हैजा की चपेट में आ गए.

कुछ मरीजों का उपजार गांव में ही हो रहा

इसके बाद ग्रामीणों ने मामले की सूचना निकटतम स्वास्थ्य केंद्र को दी. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. अधिकांश लोगों को अस्पतालों में भर्ती किया गया है. जबकि जिनकी हालत स्थिर और सामान्य है, उनका उपचार गांव में ही किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम गांव में पहुंच गई है. पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने नल जल योजना के तहत डाली जा रही पाइप लाइन का पानी पिया है. जिसके कारण वह बीमार पड़े हैं. जबकि कुछ लोगों का कहना है कि गांव में एक तालाब है और लोग उसका पानी इस्तेमाल करते हैं.

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बीमारी फैलने का मुख्य कारण दूषित पानी

ग्रामीणों का कहना है कि तालाब के समीप एक नाली खोदी गई है, जिसमें सारे गांव की गंदगी बहती है. लेकिन नाली कच्ची होने के कारण उसका पानी तालाब और घरों में भी रिस कर पहुंचता है. संभव है कि उसी के कारण बीमार हुए हों.. इस मामले में बटियागढ़ के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर श्रवण पटेल ने बताया" करीब 330 लोग बीमारी की चपेट में आए हैं. जिसमें से दो की हालत सामान्य और स्थिर है. इसलिए उनका उपचार गांव में ही व्यवस्था बनाकर किया जा रहा है. जबकि करीब 130 लोगों को हटा बटियागढ़ एवं दमोह के जिला अस्पताल में भेजा गया है. बीमारी कैसे फैली इस बात का हम पता लगा रहे हैं. सभी पीड़ित लोगों और बीमारी पर पूरी नजर हम बनाए हुए हैं."

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