रुद्रप्रयाग: 6 अगस्त 2024 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारघाटी में 31 जुलाई को आपदा के कारण हुए नुकसान और राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेते हुए अधिकारियों को जल्द से जल्द जनजीवन सामान्य बनाने के निर्देश दिए थे. साथ ही क्षतिग्रस्त राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवरुद्ध हुए पैदल यात्रा मार्ग को तत्परता से दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए थे.
अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग निर्भय सिंह ने अवगत कराया है कि सीएम एवं जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में सोनप्रयाग एवं गौरीकुंड के बीच जो 150 मीटर राष्ट्रीय राजमार्ग पूर्णतः क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसे खोलने के लिए पोकलैंड मशीन के माध्यम से राष्ट्रीय राजमार्ग खोलने के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है. इसके साथ ही सोनप्रयाग पुल के पास जो सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी उसका पुश्ता निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है.
अधिशासी अभियंता डीडीएमए विनय झिंक्वाण ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग कई स्थानों से क्षतिग्रस्त हो गया है. लगभग 15 स्थान ऐसे हैं, जहां पैदल सड़क मार्ग पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. उन्होंने कहा कि केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग को दुरुस्त करने के लिए मजदूरों द्वारा विषम कठिन परिस्थितियों में मरम्मत एवं निर्माण कार्य निरंतर किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम से छोटी लिनचोली तक क्षतिग्रस्त पैदल यात्रा मार्ग को आवाजाही को लेकर सुचारू कर दिया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि मजदूरों द्वारा क्षतिग्रस्त केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग को खोलने के लिए कार्य त्वरित गति से किया जा रहा है. लेकिन मौसम साथ न देने के कारण मजदूरों की सुरक्षा के दृष्टिगत कार्य निरंतर नहीं हो पा रहा है.
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