कांग्रेस ने बनाई 6 सीटों पर उपचुनाव में उतरने की रणनीति (ETV Bharat Jaipur) जयपुर:राजस्थान में लोकसभा की 11 सीटों पर भाजपा को शिकस्त देकर उत्साहित कांग्रेस अब 6 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारी में जुट गई है. पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बुधवार को पीसीसी वॉर रूम में झुंझुनूं और दौसा के नेताओं से मिलकर इन दोनों सीटों पर विधानसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन किया. कांग्रेस उपचुनाव वाली सीटों के जिलों में सम्मान और धन्यवाद सभा से उपचुनाव के अभियान का शंखनाद करेगी. जिन सीटों पर उपचुनाव है. वहां जिला स्तरीय समारोह में पार्टी के सांसदों का सम्मान किया जाएगा और जनता का आभार जताया जाएगा.
इससे पहले मंगलवार को देवली-उनियारा और खींवसर के नेताओं के साथ भी विचार-विमर्श किया गया था. जबकि चौरासी (डूंगरपुर) और सलूंबर सीट को लेकर अगले महीने के पहले सप्ताह में उदयपुर में बैठक प्रस्तावित है. प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा बोले कि जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं. वहां जिलों में जिला स्तरीय कार्यक्रम होगा. जिसमें सांसदों का स्वागत किया जाएगा और जनता का आभार प्रकट किया जाएगा. इन कार्यक्रमों में तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे. इन मीटिंग में हम राजस्थान की भाजपा सरकार की विफलताओं को भी जनता के सामने लाएंगे.
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संगठन को मजबूत बनाने पर जोर:डोटासरा ने कहा कि संगठन को मजबूत करने की कवायद शुरू की है. जिन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. वहां चार-पांच लोगों की एक कमेटी भी बनाई है. इन कमेटियों ने संगठन के पुनर्गठन की रूपरेखा तैयार की है. कार्यकारिणियों में नए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देने की भी योजना तैयार की है. इससे पहले सक्रिय और निष्क्रिय कार्यकर्ताओं की सूची भी तैयार कर ली गई है. अनुशासन कमेटी की रिपोर्ट भी प्राप्त हो चुकी है. संगठन को मजबूत और अनुशासित करने की दिशा में यह कवायद की गई है ताकि आगामी समय में जो छह सीटों पर उपचुनाव होने हैं. वहां मजबूती से चुनाव लड़ सके.
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किरोड़ी वापस आ जाएं, हम कुछ नहीं कहेंगे: किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे के सवाल पर डोटासरा ने कहा, आपदा राहत का मंत्री गायब है. वो कहते हैं, जब मेरी भवानी जागेगी, तब मान जाऊंगा. तो भवानी जगाओ. भाजपा वाले तो जगा नहीं रहे. विपक्ष और मीडिया प्रयास करे और भवानी को जगाने का प्रयास करे कि आ जाओ. 45 दिन बाद तो सबकुछ हो जाता है. आप तो आ जाओ. हम कुछ नहीं कहेंगे. प्रतिपक्ष उन्हें कुछ नहीं कहेगा. वो जनता के चुने हुए नेता हैं. उन्हें मंत्री बनाया गया है. जब तक उनके खिलाफ ऊपर से पर्ची नहीं आए तब तक काम करना चाहिए.