लखनऊ/बाराबंकी/रायबरेली : उत्तर प्रदेश कांग्रेस इन दिनों योगी और मोदी सरकार को घेरने का कोई अवसर नहीं छोड़ रही है. बीते दिनों योगी सरकार में राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसके विरोध में कांग्रेसियों ने राज्य मंत्री के गेट पर चोर और बेईमान लिखकर विरोध जताया था. इसके बाद अब वाराणसी के डॉक्टर संपूर्णानंद स्टेडियम का नाम बदलने से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में नाराजगी है. इस बाबत कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया.
कांग्रेस के शहर अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव "त्यागी" और शहजाद आलम के नेतृत्व में कार्यकर्ता मंगलवार को कांग्रेस कार्यालय के बाहर जुटे. हालांकि यहां पहले से तैनात पुलिस ने किसी को आगे नहीं जाने दिया. इस बात को लेकर कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों में नोकझोंक हुई. इसके बाद कांग्रेसियों ने चौराहे पर बैठकर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और महापुरुषों का अपमान करने का आरोप लगाया. इस दौरान पार्टी के शहर अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव "त्यागी" और शहजाद आलम ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपा.
कांग्रेस के शहर अध्यक्ष शहजाद आलम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी प्रसिद्ध शिक्षाविद डॉक्टर संपूर्णानंद के नाम से एक हॉस्टल और स्टेडियम का आधुनिकीकरण कर रहे हैं. अब इसका नाम बदल दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री पहले भी गुजरात में स्टेडियम का नाम बदलकर अपने नाम कर चुके हैं. उसी क्रम में वाराणसी में भी किया जा रहा है. इसके विरोध में और डॉक्टर संपूर्णानंद के सम्मान में कांग्रेसी सड़क पर संघर्षरत हैं. हम लोग जिलाधिकारी के जरिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेज रहे हैं. सरकार को इस तरह के काम नहीं करने चाहिए.
बाराबंकी और रायबरेली में कलेक्ट्रेट पर कांग्रेसियों का धरना प्रदर्शन