जम्मू: नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को अनुच्छेद 370 को लेकर उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधने के लिए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की आलोचना की. फारूक ने यहां कहा, "पीडीपी को आत्मचिंतन करना चाहिए, क्योंकि यह वही पार्टी थी जिसने भाजपा के साथ गठबंधन किया था, जबकि हमने और कांग्रेस पार्टी ने उनसे ऐसा न करने का अनुरोध किया था."
पार्टी के अनुसूचित जाति सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "अनुच्छेद 370 महाराजा द्वारा 1927 में जम्मू के डोगराओं की रक्षा के लिए लाया गया था, न कि कश्मीरियों के लिए. उन्होंने कहा कि पड़ोसी पंजाब के लोग समृद्ध थे और महाराजा जम्मू के लोगों की भूमि और नौकरियों की रक्षा करना चाहते थे. वे मुसलमानों के डर के कारण कश्मीर नहीं जाते थे."
उन्होंने कहा कि इस समय भारत को बाहर से नहीं बल्कि अंदर से खतरा है. एनसी अध्यक्ष ने कहा, "उन्हें किस बात का डर है, क्योंकि वे 80 प्रतिशत आबादी के हैं." उमर के नेतृत्व वाली सरकार पर गठबंधन सहयोगियों से परामर्श नहीं करने के कांग्रेस पार्टी के आरोप का जवाब देते हुए फारूक ने कहा, "सरकार जानती है कि क्या करना है. कोई भी सरकार को शर्तें नहीं बता सकता." इस बीच, कश्मीरी पंडितों की घाटी में वापसी पर उन्होंने भाजपा सरकार पर कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी दावा किया कि कश्मीर जाने वाली ट्रेन दो महीने से विलंबित है.
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