लखनऊ:प्रदेश में भीषण गर्मी और हीटवेव को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक्शन में आते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हीट वेव को लेकर उच्च स्तरीय बैठक में निर्देश दिये कि संवेदनशील जिलों पर विशेष निगरानी रखी जाए और 24 घंटे में पीड़ितो को मुआवजा दिलाने का प्रबंध किया जाए. सीएम ने अधिकारियों से कहा कि हीटवेव को लेकर जनहानि और पशुहानि न हो, इसकी विशेष मॉनीटरिंग की जाए. साथ ही उन्होंने अधिकारियों से हर हफ्ते रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री कार्यकाल में सबमिट करने के निर्देश दिये.
उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी को लेकर राहत कार्यों में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अगर किसी अधिकारी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रदेश में इस समय भीषण गर्मी और हीट वेव का दौर चल रहा है. इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और राहत विभाग पहले ही सतर्कता बरत रहा है और लोगों को दोपहर में बाहर न निकलने के साथ साथ अन्य एहतियाती उपायों के विषय में जानकारी दी जा रही है.
तहसील स्तर पर प्रदेशवासियों को हीटवेव को लेकर लगातार किया जा रहा अलर्ट: राहत आयुक्त ने बताया कि प्रदेश में हर साल पड़ने वाली भीषण गर्मी और हीट वेव को देखते हुए विभाग की ओर से अप्रैल माह में ही एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया था. इसके तहत प्रदेश के हर जिले में लगातार काम किया जा रहा है. इसके अलावा प्रदेश में तहसील स्तर पर प्रदेशवासियों को हीट वेव से अलर्ट करने के लिए लगातार प्रचार प्रसार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आम जनमानस को हीट वेव से बचाव एवं खुद को सुरक्षित रखने के लिए डूज एंड डोन्स के बारे में अलर्ट किया जा रहा है.
प्रदेशवासियों को समाचार पत्रों, रेडियो जिंगल्स, पोस्टर और लाउडस्पीकर के जरिये जागरुक किया जा रहा है ताकि वह अपने साथ दूसरों को भी सावधान कर सकें. इसके अलावा विभाग की ओर से प्रदेश के अति संवदेनशील शहरों में विशेष निगरानी की जा रही है. इन शहरों में जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम फील्ड में लगातार मुआयना कर रही है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को हीट वेव से होने वाली जनहानि संबंधी जानकारी तुरंत विभाग से साझा करने को कहा गया है, ताकि 24 घंटे में पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जा सके.
उन्होंने बताया कि प्रदेश की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए प्रदेशर सरकार ने 21 तरह की जनहानियों को प्राकृतिक आपदा में शामिल किया गया. वहीं इसके 24 घंटे में भुगतान के लिये प्रदेश के सभी जिलों को एडवांस धनराशि जारी कर दी जाती है ताकि इस तरह की स्थिति से तत्काल निपटा जा सके.