गोरखपुर : एक शिक्षण संस्था नियमित पाठ्यक्रमों से शिक्षा के प्रसार के साथ समाज के अंतिम पायदान पर बैठे लोगों की चिकित्सा सेवा भी कर सकती है. इसका उदाहरण महाराणा प्रताप महाविद्यालय (एमपीपीजी कॉलेज) जंगल धूसड़ ने प्रस्तुत किया है. इस कॉलेज के बीएड विभाग ने मंझरिया गांव को गोद लेकर शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुदृढ़ करने के लिए वर्ष 2016 से ‘मिशन मंझरिया’ नामक एक सामाजिक प्रकल्प (अभियान) शुरू किया है. इस मिशन के तहत लगने वाले नि:शुल्क चिकित्सा शिविर के जरिये अब तक 28 हजार मरीज चिकित्सा सुविधा प्राप्त कर चुके हैं.
बीएड विभाग की अध्यक्ष शिप्रा सिंह बताती हैं कि महाविद्यालय के संरक्षक एवं मार्गदर्शक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से मंझरिया गांव में शिक्षा और चिकित्सा से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए ‘मिशन मंझरिया’ की शुरुआत की गई. मिशन के तहत गांव के बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने की व्यवस्था है तो लोगों को चिकित्सा सुविधा देने के लिए गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय के सहयोग निशुल्क शिविर आयोजित किए जाते हैं. ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ महाराज की स्मृति में चिकित्सा शिविर सप्ताह में दो दिन बुधवार और गुरुवार को लगाए जाते हैं.
महाराणा प्रताप महाविद्यालय के बीएड विभाग के अभिगृहित ग्राम मंझरिया में गुरुवार को ‘मिशन मंझरिया’ के अंतर्गत फ्री मेडिकल कैंप लगाया गया. इसमें गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय के चिकित्सक जितेन्द्र कुमार मिश्र ने कैंप में आये हुए ग्रामीणों की जांच और इलाज किया. साथ ही रोग के अनुसार, निशुल्क दवा का भी वितरण किया. कुल 54 मरीजों को मुफ्त इलाज और दवा की सुविधा प्राप्त हुई. कैंप में बीएड विभाग के शिक्षक शैलेंद्र सिंह और जितेंद्र प्रजापति के मार्गदर्शन में बीएड चतुर्थ सेमेस्टर के कुल 38 छात्राध्यापक एवं छात्राध्यापिकाओं ने सहयोग किया.
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