नई दिल्ली : सरकार ने बृहस्पतिवार को लोकसभा को बताया कि स्टील और सीमेंट जैसी आवश्यक निर्माण सामग्रियों की बढ़ती कीमतों, श्रमिकों की मजदूरी में वृद्धि और जीएसटी दरों में बढ़ोतरी के कारण नए संसद भवन और उपराष्ट्रपति एन्क्लेव के निर्माण की लागत में वृद्धि हुई है.
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री तोखन साहू ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत, विजय चौक से इंडिया गेट तक सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का पुनर्विकास और नए संसद भवन एवं वीपी एन्क्लेव का निर्माण पहले ही पूरा हो चुका है.
मंत्री ने कहा कि साझा केंद्रीय सचिवालय(सीएसएस) के तहत तीन भवनों का निर्माण इस साल मई में पूरा हो जाएगा. ये भवन उस भूखंड पर बनाए जा रहे हैं, जहां पहले इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र था. योजना के अनुसार सीएसएस में विभिन्न मंत्रालय होंगे और इसमें 10 कार्यालय भवन तथा एक केंद्रीय सम्मेलन केंद्र होगा.
सेंट्रल विस्टा परियोजना की वर्तमान स्थिति और लागत में वृद्धि के बारे में तृणमूल कांग्रेस की सांसद माला रॉय के सवाल के जवाब में साहू ने कहा कि सीसीएस परियोजना के तहत एक और इमारत अप्रैल 2026 तक पूरी हो जाएगी.
मंत्री ने कहा कि 1 जुलाई 2022 को जीएसटी दर 12 प्रतिशत से बढ़कर 18 प्रतिशत हो जाने और निर्माण अवधि के दौरान स्टील, सीमेंट की कीमतों के साथ-साथ श्रमिकों की मजदूरी में वृद्धि के कारण नए संसद भवन और उपराष्ट्रपति एन्क्लेव के निर्माण की लागत में वृद्धि हुई है.
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