लखनऊ: भारतीय सेना सीमाओं पर लगातार निगरानी बनाए रखने के लिए अत्यधिक खराब मौसम की स्थिति में भी दुर्गम इलाकों में काम करती है. इनमें से कई अग्रिम चौकियों को अभी भी सड़क मार्ग से जोड़ा जाना बाकी है. ऐसे क्षेत्रों में चौकियों के रखरखाव के लिए सेना और वायुसेना के वायु संसाधनों के माध्यम से रसद प्रदान की जाती है. अब इन चौकियों पर नजर रखने के लिए भारतीय सेना और थंबी एविएशन के बीच करार हुआ है.
मध्य कमान के जनसंपर्क अधिकारी शांतनु प्रताप सिंह ने बताया कि सूर्या कमान ने हिमाचल, गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्रों में दूर-दराज की अग्रिम चौकियों के हवाई रखरखाव के लिए नागरिक उड्डयन हेलीकॉप्टरों को एकीकृत करके एक और मील का पत्थर हासिल किया है. थंबी एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ विमानन अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए. इसके तहत गुरुवार से परिचालन शुरू हुआ.
सामान डिलीवरी में मिलेगी सुविधा: उन्होंने बताया कि विमानन प्रयासों के विस्तार से लॉजिस्टिक्स स्टॉक के समय पर निर्माण के साथ-साथ दूर-दराज के स्थानों में निर्माण सामग्री की डिलीवरी की सुविधा मिलेगी, जिससे लॉजिस्टिक्स दक्षता और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के शीघ्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा.
जन संपर्क अधिकारी शांतनु प्रताप सिंह ने बताया कि यह पहल अभिन्न संसाधनों के अनुकूलन में भी काफी सहायता करेगी, जिससे बेहतर मिशन और परिचालन तत्परता हासिल की जा सकेगी.
फर्रूखाबाद में अग्निवीरों की भर्ती: मंगलवार को राजपूत रेजीमेंट सेंटर के करियप्पा मैदान में पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया. देश सेवा की ललक में सराबोर और अग्निवीरों ने पासिंग आउट परेड के दौरान अद्वितीय सैन्य अनुशासन का प्रदर्शन किया. कार्यक्रम के लिए मैदान को फूलों से सजाया गया. चौथे बैच की परेड़ को देखते के लिए अग्निवीरों के परिजन भी पहुंचे. मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल हरजीत सिंह शाही सलामी लेने मंच पर पहुंचे. ट्रेनिंग कॉलेज के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल हरजीत सिंह साही ने 602 अग्निवीरों की परेड का निरीक्षण कर सलामी ली.